वनडे का सबसे बेहतरीन फिनिशर होने के बावजूद पूर्व ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज माइकल बेवन टेस्ट क्रिकेट में सफल नहीं हो सके। उन्हें बाउंसर्स को खेलने में काफी दिक्कत होती थी। हालांकि माइकल बेवन का कहना है कि निजी कारणों से वो टेस्ट क्रिकेट में सफल नहीं हो पाए।
माइकल बेवन ने 232 वनडे मुकाबलों में 6912 रन बनाए और इस दौरान कम से कम 100 वनडे खेलने वाले खिलाड़ियों में उनका औसत 53.17 का रहा जोकि दूसरा सबसे बेस्ट है। हालांकि माइकल बेवन अपनी इस फॉर्म को टेस्ट क्रिकेट में नहीं दोहरा पाए। उन्होंने 18 टेस्ट मैचों में 29.07 की औसत से सिर्फ 785 रन बनाए।
द् ग्रेड क्रिकेटर के साथ एक इंटरव्यू के दौरान माइकल बेवन ने अपने टेस्ट करियर को लेकर बात की। उनके मुताबिक लोग ये नहीं समझ पा रहे हैं कि मैं वनडे में इतना सफल रहा लेकिन टेस्ट में फ्लॉप क्यों रहा। उन्होंने कहा,
लोगों को ये बिल्कुल भी समझ नहीं आ रहा है कि वनडे में तो मैंने इतना बेहतरीन प्रदर्शन किया लेकिन टेस्ट क्रिकेट में उसे दोहरा नहीं सका। या फिर फर्स्ट क्लास क्रिकेट में इतना बेहतरीन खेला लेकिन टेस्ट क्रिकेट में फ्लॉप रहा। मेरे हिसाब से इसके पीछे मेरे व्यक्तिगत कारण थे। पहले टेस्ट सीरीज में मैंने जितना बेहतरीन काम किया था वो सारा इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे सीरीज में बेकार चला गया। मेरे हिसाब से मैंने 10 या 15 की औसत से ही बैटिंग की थी जोकि बिल्कुल सही नहीं है।
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माइकल बेवन के टेस्ट करियर की शुरुआत काफी अच्छी हुई थी
आपको बता दें कि माइकल बेवन ने 1994 में पाकिस्तान दौरे पर अपना टेस्ट डेब्यू किया था। उस दौरे पर उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की तरफ से सबसे ज्यादा औसत से रन बनाए थे। उन्होंने 3 टेस्ट मैचों की सीरीज में 60.75 की औसत से 243 रन बनाए थे। हालांकि इसके बाद इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में वो बुरी तरह फ्लॉप रहे और 6 पारियों में 13.5 की औसत से सिर्फ 81 रन ही बना सके थे।
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