भारतीय टीम के वर्ल्ड कप 2019 में इंग्लैंड के खिलाफ मैच को लेकर काफी चर्चा हो रही है। अब उस पर वेस्टइंडीज के पूर्व दिग्गज माइकल होल्डिंग ने बड़ी प्रतिक्रिया दी है। हाल ही में बेन स्टोक्स ने अपनी किताब में धोनी, रोहित और विराट कोहली की बल्लेबाजी को लेकर सवाल उठाए थे और कहा कि उनका इरादा संदेहास्पद था। इसको लेकर पाकिस्तान में काफी चर्चा शुरु हो गई कि भारत जानबूझकर ये मैच हारा था, ताकि पाकिस्तान सेमीफाइनल में ना पहुंचे। हांलाकि बेन स्टोक्स अपने इस बयान से पलट गए थे और कहा था कि उनके बयान को तोड़ मरोड़कर पेश किया गया है। वहीं वेस्टइंडीज के पूर्व दिग्गज और कमेंटेटर माइकल होल्डिंग ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
माइकल होल्डिंग ने कहा है कि उस मुकाबले में भारत जानबूझकर नहीं हारा था। एम एस धोनी के चेहरे को देखकर लग रहा था कि वो मैच जीतना चाहते थे।
ये भी पढ़ें: वसीम अकरम ने आईपीएल और पीएसएल की तुलना को लेकर दिया बड़ा बयान
माइकल होल्डिंग ने कहा कि लोगों ने उस मैच का गलत मतलब निकाला
माइकल होल्डिंग ने एक यू-ट्यूब चैनल पर कहा कि लोग इन दिनों अपनी किताब में कुछ भी लिखेंगे, क्योंकि लोग अपने विचारों को लेकर काफी स्वतंत्र हैं और जब वे किताब लिख रहे होते हैं तो फिर उन्हें हेडलाइन बनाने की जरुरत पड़ती है। ईमानदारी से कहूं तो काफी लोग उस मैच को देख रहे थे लेकिन उन लोगों ने ये मतलब नहीं निकाला जो बेन स्टोक्स ने अपनी किताब में निकाला है कि भारत जानबूझकर हार गया। वो मुकाबला भारत के लिए जीतना जरुरी नहीं था लेकिन मुझे नहीं लगता कि कोई भी ये कह सकता है कि भारत की रणनीति थी कि मैच नहीं जीता जाए।
ये भी पढ़ें: रोहित शर्मा ने बताया, मोहाली में श्रीलंका के खिलाफ दोहरे शतक के दौरान उनकी पत्नी क्यों इमोशनल हो गई थीं
माइकल होल्डिंग ने आगे कहा कि मैंने उस मुकाबले को देखा था और अगर भारत अपना 100 प्रतिशत नहीं दे पा रहा था तो जब धोनी को ये एहसास हुआ तो ये उनके चेहरे पर साफ देखा जा सकता था। वो वास्तव में मैच जीतना चाहते थे। इसलिए मुझे नहीं लगता कि ये टीम का फैसला था कि मैच नहीं जीतना है। हालांकि मुझे नहीं लगता है कि मैच जीतने के लिए उन्होंने ज्यादा कुछ कोशिश की, लेकिन अगर ये करो या मरो वाला मुकाबला होता तो फिर हम एक अलग ही मुकाबला देख सकते थे।