एशेज (Ashes 2021-22) सीरीज के पहले टेस्ट मैच में इंग्लैंड ने अपने अनुभवी दाएं हाथ के तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड (Stuart Broad) को प्लेइंग XI में में जगह नहीं दी। ब्रॉड 12 सदस्यीय टीम का हिस्सा थे लेकिन अंतिम 11 में जगह बनाने से वह चूक गए। ब्रॉड को बाहर किये जाने से कई पूर्व दिग्गज खिलाड़ी संतुष्ट नहीं दिखे। इसी कड़ी में इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन का नाम भी शुमार हो गया है, जिन्होंने ब्रॉड को ड्रॉप किये जाने के फैसले को चौंकाने वाला बताया है।
गाबा टेस्ट से पहले ही जेम्स एंडरसन के इस मैच में नहीं खेलने की खबर आई थी। ऐसे में इस बात की उम्मीद की जा रही थी कि एंडरसन की गैरमौजूदगी में ब्रॉड को स्वाभाविक तौर पर शामिल किया जायेगा लेकिन इंग्लैंड ने उन्हें मौका नहीं दिया। पहले टेस्ट में इंग्लैंड के तेज गेंदबाजी आक्रमण में ओली रॉबिन्सन, क्रिस वोक्स और मार्क वुड में मौजूद हैं।
माइकल वॉन ने ब्रॉड को लेकर ट्विटर पर लिखा,
गेंदबाजों के अनुकूल पिच..मैंने अपने समय में एशेज क्रिकेट जितना यहां देखा है, उससे काफी अलग दिखी यह पिच..इंग्लैंड की बल्लेबाजी ऐसी पिचों पर लम्बे समय नहीं टिकी है...हैरानी वाली बात है कि ऐसे में ब्रॉड नहीं खेल रहे हैं।
पहले टेस्ट में इंग्लैंड की बल्लेबाजी ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करने में नाकाम रही और पूरी टीम 147 रन पर ढेर हो गयी। इंग्लैंड के लिए सर्वाधिक 39 रन जोस बटलर के बल्ले से आये। वहीं ओली पोप ने भी 35 रन की पारी खेली।
शेन वॉर्न ने भी जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड को ना खिलाने पर सवाल उठाए
फॉक्स क्रिकेट पर बातचीत के दौरान शेन वॉर्न ने कहा कि इंग्लैंड की टीम जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड दोनों को खिलाकर ब्रिस्बेन की पिच का फायदा उठा सकती थी। शेन वॉर्न ने दोनों गेंदबाजों को एकसाथ ड्रॉप करने पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा,
ये काफी बड़ी चीज है। अगर इंग्लैंड का थिंक-टैंक ये सोचता कि ओवरकास्ट कंडीशन है और ऑस्ट्रेलिया के ऊपर पूरी तरह से आक्रमण किया जाए। इस ग्रीन पिच पर एंडरसन और ब्रॉड की जोड़ी काफी खतरनाक साबित होती। ब्रॉड का रिकॉर्ड वॉर्नर के खिलाफ काफी शानदार रहा था और अगर उन्हें रेस्ट देना ही था तो फिर कुछ मैचों के बाद दिया जाता।