इंग्लैंड (England) और भारत (India) के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज शुरू होने में 48 घंटे से भी कम समय रह गया है। पिछली बार जब भारत ने यूनाइटेड किंगडम का दौरा किया था, तो उन्होंने एक दशक से अधिक समय में देश में अपना सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट खेलने के बावजूद श्रृंखला 1-4 से गंवा दी थी। विराट कोहली की अगुवाई वाली टीम की निगाहें इस बार श्रृंखला जीतने पर टिकी होंगी। टीम ने घर से दूर अपने प्रदर्शन में सुधार किया है और इंग्लैंड में जीत उनके लिए बहुत बड़ी उपलब्धि होगी। इस बीच विराट कोहली ने कीर्तिमान बनाने को लेकर बयान देते हुए कहा कि मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता।
स्काई स्पोर्ट्स से बातचीत करते हुए विराट कोहली ने कहा कि मेरे लिए वर्ल्ड के किसी भी कोने से ज्यादा इंग्लैंड में टेस्ट मैच या सीरीज जीतना ज्यादा मायने रखता है। जैसा कि मैंने कहा, मेरे लिए ये बातें मेरे करियर का किस्सा या मेरे करियर में मील के पत्थर नहीं हैं।
हालांकि विराट कोहली ने इस बात से इनकार नहीं किया कि इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज जीतना टीम के लिए बहुत मायने रखता है। भारत ने आखिरी बार 2007 में राहुल द्रविड़ के नेतृत्व में इंग्लैंड को अपने ही मैदानों में सबसे लंबे प्रारूप में रौंद दिया था। इस बार भी ऐसा करने से निश्चित रूप से टीम के लिए एक और उपलब्धि होगी जो पिछले चार से पांच वर्षों में घर से बाहर कमाल कर रही है।
कोहली का कहना है कि हमने इंग्लैंड को पहले भी हराया है और मैं अपनी क्षमताओं के अनुसार सब कुछ करूंगा। अगर आप एक टेस्ट मैच हार भी रहे हो, तब भी मैं चाहूँगा कि जीत के लिए जाया जाए।
हालांकि इंग्लैंड में जाकर उनकी टीम को हराना आसान काम नहीं है। वहां की ग्रीन पिचों पर गेंद उछाल लेती है और हिलती भी है। इस स्थिति में इंग्लिश तेज गेंदबाजों का सामना करना बल्लेबाजों के लिए मुश्किल काम होता है।
इंग्लैंड दौरे पर भारतीय टीम
विराट कोहली (कप्तान), अजिंक्य रहाणे (उपकप्तान), रोहित शर्मा, मयंक अग्रवाल, चेतेश्वर पुजारा, हनुमा विहारी, ऋषभ पन्त (कीपर), रवि अश्विन, रविन्द्र जडेजा, अक्षर पटेल, जसप्रीत बुमराह, इशांत शर्मा, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज, शार्दुल ठाकुर, उमेश यादव, सूर्यकुमार यादव, पृथ्वी शॉ।
स्टैंडबाय खिलाड़ी- अभिमन्यू ईस्वरन, प्रसिद्ध कृष्णा और अर्जन नागवासवाला।