पाकिस्तान क्रिकेट (Pakistan Cricket) में इन दिनों कुछ भी अच्छा नहीं चल रहा है। पिछले ही महीनें अपने घर में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में शर्मनाक तरीके से क्लीन स्वीप का सामना करना पड़ा। इसके बाद न्यूजीलैंड के खिलाफ भी पाकिस्तान का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा। हालांकि ये दो मैचों की टेस्ट सीरीज ड्रॉ रही, लेकिन इसमें ज्यादातर वक्त पाकिस्तान टीम ही दबाव में दिखी। इस तरह पाकिस्तान ने मौजूदा वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप संस्करण में अपने घर पर एक भी टेस्ट नहीं जीता। इसी वजह से टीम के कप्तान बाबर आज़म (Babar Azam) की काफी आलोचना भी हो रही है।
बाबर आजम की कप्तानी पर सवाल खड़े होने के बीच पाकिस्तान के एक पूर्व दिग्गज कप्तान ने दावा किया है कि बाबर को कमजोर किया जा रहा है, और ये पाकिस्तानी क्रिकेट के लिए अच्छा संकेत नहीं है। पाक के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज रहे मिस्बाह उल हक ने बताया कि कप्तान बाबर को नीचा दिखाने की कोशिश की जा रही है, जो बिल्कुल भी सही नहीं है।
कप्तान बाबर आजम को किया जा रहा है कमजोर - मिस्बाह उल हक़
हाल ही में Geo न्यूज़ पर चर्चा के दौरान मिस्बाह ने कहा,
यह स्पष्ट दिखाई दे रहा है कि बाबर को कमजोर होने पर मजबूर किया जा रहा है, जो ठीक नहीं है। जिस तरह की प्रेस कांफ्रेंस हो रही हैं और बाबर से सवाल पूछे जा रहे हैं, उस पर सबकी नजर है, सब देख रहे हैं।
मिस्बाह ने आगे अपनी बात को जारी रखते हुए कहा,
अगर कोई मुश्किल फैसला लेना है, तो सभी को एक-साथ बैठकर बात करनी चाहिए और फैसला लेना चाहिए। मुझे लगता है कि हमारे खिलाड़ियों, चयन समिति और पीसीबी को एक-साथ बैठकर आराम से फैसला लेना चाहिए। उन्हें स्थिति की समीक्षा करनी चाहिए और अगर उन्हें लगता है कि बदलाव किए जाने चाहिए तो उन्हें करना चाहिए। अगर आप किसी और वजह से किसी पर दबाव बनाएंगे तो पूरी टीम परेशान हो जाएगी। ऐसा नहीं होना चाहिए।