पाकिस्तान के हेड कोच मिस्बाह उल हक ने कहा कि राष्ट्रीय टीम के प्रदर्शन के बारे में आलोचक क्या कहते हैं, इसकी वो चिंता नहीं करते हैं। मिस्बाह उल हक ने वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस में कहा, 'मैं उनकी और उनकी आलोचना की चिंता नहीं करता।' पाकिस्तान के पूर्व कप्तान ने कहा कि उन्हें अपने भविष्य की चिंता नहीं है और वह एक समय पर एक सीरीज को लेकर चलते हैं।
मिस्बाह उल हक ने कहा, 'हम सिर्फ काम और कड़ी मेहनत कर सकते हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि नतीजे हमारे हाथ में नहीं है। हेड कोच होने के नाते, मैं अपने भविष्य के बारे में नहीं सोचता और न ही अब ऐसा सोचना शुरू करूंगा।' मिस्बाह ने साथ ही कहा कि टीम प्रबंधन और चयनकर्ता सभी प्रारूपों में कई नए खिलाड़ियों को आजमा रहे हैं।
उन्होंने कहा, 'कोविड-19 के कारण जो स्थिति बनी है, उसमें हम ज्यादा खिलाड़ियों को लेकर जा पा रहे हैं और उपलब्ध प्रतिभा पर बारीकी से नजर रख रहे हैं। मगर आगामी इंग्लैंड दौरे पर हम उन्हीं खिलाड़ियों को चुनेंगे, जिनके पास इस साल टी20 विश्व कप में खेलने का मौका है।'
उम्र मायने नहीं रखती: मिस्बाह उल हक
मिस्बाह ने कहा कि उन्होंने बल्लेबाज फवाद आलम, स्पिनर नौमान अली और तेज गेंदबाज ताबिश खान के राष्ट्रीय टीम में चयन पर जोर दिया। उन्होंने कहा, 'मेरे विचार में उम्र कोई पहलु नहीं होता। अगर खिलाड़ी पर्याप्त फिट है तो उसे खेलने का मौका मिलना चाहिए। जिम्बाब्वे के खिलाफ हमने ताबिश खान को मौका दिया जबकि अपनी ताकत से समझौता नहीं किया। फहीम अशरफ ने शानदार प्रदर्शन किया और टीम में उनकी जगह को कोई खतरा नहीं है। हम लगातार सफेद गेंद प्रारूप में भी खिलाड़ियों को मौका देना जारी रखेंगे।'
मिस्बाह उल हक ने कहा कि कुछ लोगों को जिम्बाब्वे के खिलाफ जीत भले ही दमदार नहीं लगी हो, लेकिन दक्षिण अफ्रीका और जिंबाब्वे में मिली सफलता संतुष्टिदायक रही। उन्होंने कहा, 'दोनों सीरीज में नतीजा शानदार रहा। अलग और मुश्किल परिस्थिति में जीतना टीम के लिए जरूरी था। ओपनर्स ने जिम्बाब्वे के खिलाफ टेस्ट सीरीज में शानदार प्रदर्शन किया। फवाद और अजहर अली ने भी शतक जमाए।'
मिस्बाह उल हक ने कहा, 'हमने फील्डिंग भी शानदार की। हसन अली ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। हमें उम्मीद है कि वह इसी लय को इंग्लैंड में बरकरार रखेगा। हमें सफेद गेंद क्रिकेट में अपने मिडिल ऑर्डर की चिंता है। हमें इस संबंध में कुछ करने की जरूरत है।'