पाकिस्तान (Pakistan) के पूर्व तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर (Mohammad Amir) ने एक प्रोपर टीम मैनेजमेंट के बारे में बताते हुए जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) का उदाहरण दिया है। मोहम्मद आमिर का कहना है कि बुमराह को उनके टीम मैनेजमेंट ने हर समय सपोर्ट किया है और उनसे किसी ने कोई सवाल नहीं पूछा। आमिर ने कहा कि जरूरत के समय बुमराह को समर्थन मिला।
आमिर ने कहा कि सिर्फ चार और पांच मैचों का प्रदर्शन देखना सही नहीं है। अगर आपको याद हो, तो जसप्रीत बुमराह ऑस्ट्रेलिया सीरीज में 16 मैच में 1 विकेट के साथ खेल रहे थे। उनके ऊपर किसी ने सवाल नहीं उठाया क्योंकि उन्हें मालूम है कि वह एक मैच विनिंग खिलाड़ी हैं। उस समय टीम मैनेजमेंट को उनका सपोर्ट करना चाहिए था और उन्होंने वैसा ही किया।
मोहम्मद आमिर का पूरा बयान
आमिर ने कहा कि आपको उस खिलाड़ी की मदद करने के लिए काम दिया जाता है, जब वह प्रदर्शन नहीं कर रहा होता है, उसे टीम से बाहर कर देना नहीं होता है। यदि यह ऐसा है, तो हमें आपको क्रिस्टियानो रोनाल्डो जैसे खिलाड़ियों से बनी एक पूरी टीम देनी चाहिए ताकि आप वापस बैठ सकें और आराम कर सकें और कुछ न कर सकें।
बाएं हाथ के इस तेज गेंदबाज ने कहा कि बहुत कम उम्र में संन्यास लेने का उनका फैसला स्थिति का सावधानीपूर्वक आकलन करने के बाद आया है। उन्होंने पाकिस्तान के कोचिंग स्टाफ के साथ उनके व्यक्तिगत संघर्षों के बारे में सवाल उठाते हुए कहा कि उनके पास कोई व्यक्तिगत मुद्दा नहीं है।
![मोहम्मद आमिर](https://statico.sportskeeda.com/editor/2021/03/c3003-16160720512091-800.jpg?w=190 190w, https://statico.sportskeeda.com/editor/2021/03/c3003-16160720512091-800.jpg?w=720 720w, https://statico.sportskeeda.com/editor/2021/03/c3003-16160720512091-800.jpg?w=640 640w, https://statico.sportskeeda.com/editor/2021/03/c3003-16160720512091-800.jpg?w=1045 1045w, https://statico.sportskeeda.com/editor/2021/03/c3003-16160720512091-800.jpg?w=1200 1200w, https://statico.sportskeeda.com/editor/2021/03/c3003-16160720512091-800.jpg?w=1460 1460w, https://statico.sportskeeda.com/editor/2021/03/c3003-16160720512091-800.jpg?w=1600 1600w, https://statico.sportskeeda.com/editor/2021/03/c3003-16160720512091-800.jpg 1920w)
गौरतलब है कि मोहम्मद आमिर की अनदेखी करने के बाद उन्होंने कम उम्र में ही संन्यास लेने का ऐलान कर दिया। इसके बाद उन्होंने कोच सहित अन्य लोगों पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें प्रताड़ित किया गया इसलिए खेल को अलविदा कहना पड़ा। बाद में मिस्बाह उल हक ने उनके आरोपों को ख़ारिज कर दिया था।