पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया (PAK vs AUS) के बीच कराची में खेला गया दूसरा टेस्ट मैच बहुत ही रोमांचक तरीके से ड्रॉ हुआ। कप्तान बाबर आजम और मोहम्मद रिज़वान (Mohammad Rizwan) ने इसमें अहम भूमिका निभाई। पाकिस्तान को अपनी हार टालने के लिए लगभग पूरे दो दिन बल्लेबाजी करनी थी और मेजबान टीम के लिए बाबर और रिज़वान ने ऐसा करने में मदद की और मैच बचाया। बाबर ने 196 रन की पारी खेली, वहीं रिज़वान 104 रन बनाकर नाबाद लौटे।
इन दोनों के अलावा निचले क्रम में नौमान अली ने भी भी 18 गेंदों तक अपना विकेट संभालकर रखा और ऑस्ट्रेलिया को सफलता हासिल नहीं होने दी। रिज़वान ने नौमान की काफी प्रशंसा की है।
पाकिस्तान क्रिकेट ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो साझा किया है। इस वीडियो में रिज़वान ने नौमान के बारे में कहा,
एक टेस्ट को बचाने के दौरान सौ और शून्य का योगदान समान होता है। नौमान ने अठारह गेंदें खेलीं और वे मेरे शतक से अधिक महत्वपूर्ण थी। अगर मैं अपने शतक के बाद विकेट फेंकता, तो इसका कोई मूल्य नहीं होता। उनकी कॉम्पैक्ट बल्लेबाजी ने मुझे आत्मविश्वास दिया।
मुझे उम्मीद थी कि स्वेपसन मुझे बाउंड्री वाली गेंदें देंगे - रिज़वान
ऑस्ट्रेलिया ने खेल के आधे घंटे में रोमांच पैदा किया जब नाथन लियोन ने बाबर आजम और फहीम अशरफ को लगातार दो गेंदों पर चलता किया। लियोन पिच पर पैरों के निशान का फायदा उठा रहे थे और इसी वजह से खतरनाक लग रहे थे। हालांकि अपना डेब्यू मैच खेल रहे मिचेल स्वेपसन उतना प्रभावशाली नहीं साबित हुए।
मोहम्मद रिज़वान के मुताबिक स्वेपसन अधिक प्रयास कर रहे थे और इसी वजह से कुछ ढीली गेंदें भी उन्होंने डाली, जिसका फायदा उठाते हुए विकेटकीपर बल्लेबाज ने अपना शतक पूरा किया। उन्होंने कहा,
जब लियोन गेंदबाजी करने आए तो मेरे दिमाग में शतक नहीं था। लेकिन मुझे विश्वास था कि स्वेपसन मुझे कुछ बाउंड्री वाली गेंद देंगे क्योंकि मुझे लगा कि वह बहुत ज्यादा प्रयास कर रहे हैं, जिसके कारण गेंद छोटी गिर गई और कभी-कभी फुल टॉस हो गई। लेकिन जब लियोन आए तो मैंने केवल टिकने के बारे में सोचा।। सौभाग्य से कुछ बाउंड्री मिलीं और शतक तक पहुँच गया।