Babar Azam white ball captaincy: पाकिस्तान क्रिकेट में लगातार हलचल होती रहती है। कभी पीसीबी अध्यक्ष बदला जाता है, कभी चयन समिति तो कभी कप्तान के पद में बदलाव देखने को मिलता है। एक बार फिर पाकिस्तान पुरुष क्रिकेट टीम को लेकर बड़ी खबर आ रही है। रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि जल्द ही पाकिस्तान की वाइट बॉल फॉर्मेट की कप्तानी में बदलाव देखने को मिल सकता है और बाबर आजम को फिर से हटाया जा सकता है। बाबर को रिप्लेस करने की दौड़ में सबसे आगे विकेटकीपर बल्लेबाज मोहम्मद रिजवान का नाम चल रहा है।
बाबर आजम को फिर से कप्तानी से धोना पड़ेगा हाथ
दरअसल, पाकिस्तान में 12 से 29 सितंबर के बीच चैंपियंस वनडे कप होने वाला है, जिसमें टीम के लिए इंटरनेशनल खिलाड़ियों के साथ-साथ घरेलू स्तर पर खेलने वाले प्लेयर भी हिस्सा लेंगे। इस टूर्नामेंट में कुल पांच टीम हिस्सा ले रही हैं और उनके कप्तानों की घोषणा भी कर दी गई है। कप्तानी के मोर्चे पर मोहम्मद रिजवान, शाहीन अफरीदी, शादाब खान, मोहम्मद हारिस, सऊद शकील नजर आएंगे। वहीं, बाबर आजम को किसी भी टीम का कप्तान नहीं बनाया गया है। इसीलिए मीडिया रिपोर्ट्स हैं कि बाबर को जल्द ही वाइट बॉल कप्तानी से हटाया जाएगा, इसी वजह से उन्हें टूर्नामेंट में किसी भी टीम को लीड करने का मौका नहीं दिया गया है।
ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले हो सकता है कप्तानी में बदलाव
पाकिस्तान को इसी साल नवंबर में ऑस्ट्रेलिया का दौरा करना है, जहां दोनों टीमों के बीच तीन वनडे और तीन ही टी20 मैचों की सीरीज खेली जाएगी। इसी दौरे से पहले पाकिस्तान को नया वनडे और टी20 कप्तान मिलने की उम्मीद है। रिपोर्ट्स में यह भी कहा जा रहा है कि पाकिस्तान के वाइट बॉल कोच गैरी कर्स्टन ने इसको लेकर दो महीने पहले ही बोर्ड और बाबर आजम से बात की थी। वहीं, अगर सब ठीक रहा तो फिर मोहम्मद रिजवान को आगे चलकर सभी फॉर्मेट की कमान भी सौंपी जा सकती है। बता दें कि रिजवान ने अभी तक पाकिस्तान टीम की कप्तानी नहीं की है लेकिन वह पीएसएल में जरूर नेतृत्व कर चुके हैं।
गौरतलब है कि बाबर आजम ने पिछले साल भारत में खेले गए वनडे वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खराब प्रदर्शन के बाद, सभी फॉर्मेट की कप्तानी से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि, उन्हें कुछ महीनों बाद टी20 वर्ल्ड कप के मद्देनजर फिर से कप्तान बना दिया गया था लेकिन उनकी कप्तानी में टीम का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा और हालिया आईसीसी टूर्नामेंट में पाकिस्तान सुपर 8 तक भी नहीं पहुंच पाया था। इसी वजह से बाबर की काफी आलोचना भी हो रही थी।