Morne Morkel on late Team India declaration: जब भारत ने इंग्लैंड के सामने एजबेस्टन में जीत के लिए 608 रनों का पहाड़ जैसा लक्ष्य रखा, तो कई फैंस और क्रिकेट विशेषज्ञों को लगा कि यह कुछ ज़्यादा ही हो गया है। टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में अब तक सबसे बड़ा सफल रन चेज 418 रन का है, इसलिए कुछ लोगों का मानना था कि भारत ने शायद थोड़ी देर से पारी घोषित की। खास तौर से पांचवें दिन के मौसम को देखते हुए लोगों को और भी चिंता हो रही थी। भारत के लिए शुभमन गिल ने लगातार बेहतरीन बल्लेबाजी की, लेकिन फैंस उनकी बल्लेबाजी से अधिक पारी घोषित करने के लिए चिंतित थे।
हालांकि, भारत को चौथे दिन के आखिरी 16 ओवरों में इंग्लैंड पर दबाव बनाने का मौका मिला और उन्होंने तीन अहम विकेट चटकाकर इंग्लैंड का स्कोर 72/3 कर दिया। लेकिन एजबेस्टन में पांचवें दिन बारिश की भविष्यवाणी भारत के लिए परेशानी खड़ी कर सकती है। भारत की इस रणनीति का बचाव टीम के गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्कल ने किया। शनिवार के खेल के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में मोर्कल ने कहा कि टीम को इंग्लैंड और 'बैजबॉल' की आक्रामकता से कोई डर नहीं था।
उन्होंने कहा, चिंता? नहीं, बिल्कुल नहीं। अगर कोई टीम आखिरी दिन 500 से अधिक रन बना लेती है, तो वो जीत की हकदार है। हमारी योजना थी कि हम इंग्लैंड को एक घंटे या थोड़ा अधिक बल्लेबाजी करने का मौका दें, और वही हमने किया।
मोर्कल ने यह भी कहा कि टीम ने घोषणा को लेकर काफी विचार-विमर्श किया। अब सबकी निगाहें मौसम पर टिकी हैं। अगर पांचवें दिन पर्याप्त खेल हो पाया, तो भारत के पास ऐतिहासिक जीत दर्ज करने का सुनहरा मौका होगा।
मोर्कल ने कहा, यह सही सवाल है। हमने दिनभर इस पर बात की। लेकिन हमें लगा कि पिच अभी भी बल्लेबाजी के लिए अच्छी है। हमारे बल्लेबाज भी 4-5 रन प्रति ओवर की रफ्तार से आसानी से रन बना रहे थे। हमें पता है कि मौसम हमारे नियंत्रण में नहीं है, लेकिन हम एक मजबूत स्थिति में पहुंचना चाहते थे। हम 20 ओवरों की गेंदबाजी करके दो-तीन विकेट लेना चाहते थे। हम इसमें सफल भी रहे।