हाल ही में वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाली टी20 सीरीज के लिए भारतीय टीम का ऐलान हुआ और पहली बार भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को टीम से बाहर का रास्ता दिखाया गया है। हालांकि भारतीय टीम के मुख्य चयनकर्ता ने साफ किया कि दूसरे विकेटकीपर्स को मौका देने के लिए धोनी को नहीं चुना गया।
एमएसके प्रसाद ने कहा, "महेंद्र सिंह धोनी वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाली टी20 सीरीज नहीं खेलेंगे, क्योंकि हम दूसरे विकेटकीपर को विकल्प के तौर पर देख रहे हैं। इसी वजह से हमने ऋषभ पंत और दिनेश कार्तिक को मौका दिया। इससे उन्हें बल्लेबाजी और कीपिंग करने का मौका मिलेगा। महेंद्र सिंह धोनी का टी20 करियर अभी खत्म नहीं हुआ है।"
वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज के बाद भारत के लिए अगली सीरीज ऑस्ट्रेलिया में अगले साल होने वाली है। हालांकि उससे पहले धोनी को अभ्यास के लिए ज्यादा मौके नहीं मिलने वाले हैं। इसके पीछे की एक वजह यह भी है कि घरेलू क्रिकेट में उन्हें ज्यादा खेलने का मौका नहीं मिलने वाले हैं, क्योंकि विजय हजारे ट्रॉफी और देवधर ट्रॉफी दोनों ही खत्म हो गए हैं।
धोनी को हाल के समय में फॉर्म से जूझते हुए देखा गया है और विश्वकप को देखते हुए उनके लिए राह इतनी आसान नहीं होने वाली है। यह बात तो तय है कि टीम के पास धोनी जैसा कीपर नहीं मिलने वाला, लेकिन ऋषभ पंत मौकों का फायदा उठाने में कामयाब हो जाते हैं, तो टीम मैनेजमेंट को वनडे टीम में उनको मौका देने के बारे में सोचना होगा।
हालांकि धोनी जैसे दिग्गज खिलाड़ी को इन हालातों से निकलना आता है और वो जल्द ही अपनी कमजोरी पर काम करते हुुए बल्ले से अपनी छाप छोड़ना चाहेंगे। इसी वजह से देखना होगा कि धोनी किस तरह खुद को तैयार करते हैं।
क्रिकेट की ब्रेकिंग न्यूज़ और ताज़ा ख़बरों के लिए यहां क्लिक करें