पाकिस्तान के पूर्व ओपनर मुदस्सर नजर (Mudassar Nazar) को लगता है कि बाबर आजम (Babar Azam) को कप्तानी का भार बहुत जल्दी ही दे दिया गया और इसका उनकी बल्लेबाजी पर भी प्रभाव पड़ा। नजर ने कहा कि दबाव इंग्लैंड के खिलाफ (PAK vs ENG) लाहौर में अंतिम टी20 के दौरान स्पष्ट था जब बाबर ने कई आसान कैच छोड़े।
बाबर आजम ने इंग्लैंड की पारी के 12वें ओवर में डेविड मलान का एक्स्ट्रा कवर पर और 16वें ओवर में मिड-ऑफ पर हैरी ब्रूक का कैच ड्रॉप किया था। इन दोनों ही खिलाड़ियों की जबरदस्त पारियों की मदद से इंग्लैंड ने बड़ा स्कोर बनाया और पाकिस्तान को मैच में 67 रन से हारकर सीरीज गंवानी पड़ी थी। मलान ने नाबाद 78 रन बनाये थे और ब्रूक ने भी 46 रनों की नाबाद पारी खेली थी।
क्रिकेट पाकिस्तान से बात करते हुए, नजर ने कहा कि बाबर आजम को जल्दी कप्तानी देना एक गलत निर्णय था और इसे जल्द से जल्द सही करने की आवश्यकता है क्योंकि वह एक विश्व स्तरीय बल्लेबाज हैं। उन्होंने कहा,
बाबर को बहुत कम उम्र में तीनों फॉर्मेट की कप्तानी दी गई थी और उन्होंने उनके साथ अन्याय किया। जब आप मैच जीतते हो तो सब कुछ सही होता है लेकिन जब दबाव आता है तो सबसे ज्यादा कप्तान पर होता है। उन्होंने दबाव के कारण आखिरी टी20 में कैच छोड़े, वह सर्वश्रेष्ठ कैचर्स में से एक हैं। कैच छूट गए लेकिन यह काफी स्पष्ट था कि यह दबाव के कारण है। वह विश्व स्तरीय खिलाड़ी हैं और अगर उनकी फॉर्म दबाव होने के कारण गायब हो जाती है, तो पाकिस्तान को आगे जाकर बुरी तरह से नुकसान होगा।
इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज के दौरान बाबर आजम की बल्लेबाजी में दिखी निरंतरता की कमी
एशिया कप में बाबर आजम का प्रदर्शन काफी निराशाजनक था लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ सात टी20 मैचों की सीरीज में, उन्होंने कुछ अच्छी पारियां खेली। हालाँकि, उनकी निरंतरता में थोड़ी कमी भी दिखाई। सीरीज के दूसरे मुकाबले में उनके बल्ले से शतक आया था और फिर छाते मुकाबले में 87 रनों की पारी आई थी। इस तरह पूरी सीरीज में बाबर ने 285 रन बनाये। इस दौरान तीन मैचों में वह सिंगल डिजिट स्कोर पर ही आउट गए थे।