'भारत में हमें पांच से छह दिन तक एक कमरे में बंद किया गया था'

बांग्लादेश (Bangladesh) के गेंदबाज मुस्तफिजुर रहमान (Mustafizur Rahman) ने बताया है कि आइसोलेशन के समय बायो बबल में रहना कितना मुश्किल होता है। उन्होंने न्यूजीलैंड और भारत में बायो बबल में रहने को लेकर हुई मुश्किलों का जिक्र किया। मुस्तफिजुर रहमान ने कहा कि बायो बबल मर रहना काफी थकान वाली चीज होती है। इस समय मुस्तफिजुर भारत से वापस जाने के बाद बांग्लादेश में क्वारंटीन से गुजर रहे हैं।

क्रिकबज से बातचीत में रहमान ने कहा कि बायो बबल हर दिन मुश्किल होता है और इसमें थकान भी रहती है। होटल के कमरे से लेकर मैदान तक जाने का रूटीन रहता है और इस रूटीन को हर बार करते हुए कितना आनन्द उठा सकते हो। कोरोना वायरस के लिए भारत में आईपीएल या अन्य कहीं चल रहे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में बने नियम हों, सब एक जैसा ही होता है। हर किसी के लिए यह मुश्किल ही होता है।

मुस्तफिजुर रहमान का पूरा बयान

बायें हाथ के तेज गेंदबाज मुस्तफिजुर ने इस सत्र में राजस्थान रॉयल्स के लिए पदार्पण किया और 7 मैचों में 8 विकेट चटकाए। इसके बाद आईपीएल टीमों में भी कोरोना वायरस का प्रवेश हुआ और कुछ खिलाड़ी संक्रमित भी पाए गए, इसको देखते हुए बीसीसीआई ने आईपीएल को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया। 25 वर्षीय खिलाड़ी ने खुलासा किया कि आईपीएल के दौरान कोरोनो वायरस के पहले मामले के बाद परिदृश्य कैसे बदल गया।

मुस्तफिजुर रहमान ने कहा कि हमने साधारण यात्रियों की तरह यात्रा नहीं की थी। इंडिया से आने के बाद अब मैं बांग्लादेश में भी क्वारंटीन हूँ और ज्यादा कुछ कर भी नहीं सकता। हमारी टीम का एक सदस्य संक्रमित आने के बाद हमें एक कमरे में कम से कम छह या सात दिनों के लिए लॉक कर दिया गया था। इसके बाद हम प्राइवेट प्लेन में आए जो हमारे लिए किराए पर लिया गया था।

Quick Links