आईपीएल 2021 (IPL 2021) में कोलकाता नाइटराइडर्स (Kolkata Knight Riders) के कप्तान इयोन मोर्गन (Eoin Morgan) फॉर्म में नहीं थे। टूर्नामेंट के दौरान खराब फॉर्म से जूझ रहे इयोन मोर्गन के लिए मांग उठने लगी थी कि उन्हें टीम से बाहर होकर किसी और को मौका देना चाहिए। आईपीएल 2021 के फाइनल में भी मोर्गन के बल्ले से रन नहीं निकले।
इसके बाद मांग उठने लगी कि टी20 वर्ल्ड कप 2021 (T20 World Cup 2021) में इयोन मोर्गन को इंग्लैंड (England Cricket team) की प्लेइंग 11 में जगह नहीं मिलनी चाहिए। इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन इस बात से सहमत नहीं है कि इयोन मोर्गन को खराब फॉर्म के कारण इंग्लैंड की प्लेइंग 11 से बाहर बैठना चाहिए। हुसैन का मानना है कि मोर्गन को आईसीसी इवेंट में बतौर लीडर काफी कुछ योगदान देना है।
स्काई स्पोर्ट्स से बातचीत में हुसैन ने सलाह दी कि इंग्लैंड को इयोन मोर्गन के साथ ही मैदान संभालना चाहिए भले ही पिछले कुछ समय में बल्ले से उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा हो। हुसैन का मानना है कि इयोन मोर्गन विचित्र खिलाड़ी हैं, जो प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में चमक सकते हैं।
उन्होंने ध्यान दिलाया कि कैसे कोलकाता नाइटराइडर्स की टीम आईपीएल 2021 के पहले हाफ में निरंतर प्रदर्शन करने के लिए संघर्ष कर रही थी। मोर्गन ने यूएई में शानदार कप्तानी करते हुए टीम का भाग्य बदला और फाइनल में पहुंचाया।
नासिर हुसैन ने कहा, 'इयोन मोर्गन को खेलना चाहिए और कप्तानी करना चाहिए। भले ही वो रन नहीं बनाए, लेकिन खेलें और कप्तानी करें। वह विचित्र और दमदार खिलाड़ी हैं, जो टूर्नामेंट में चीजें बदल सकते हैं और कभी भी फॉर्म में लौट सकते हैं।'
पूर्व इंग्लिश कप्तान ने आगे कहा, 'आपको सिर्फ आईपीएल फाइनल देखने की जरूरत है कि उनकी कप्तानी कितनी महत्वपूर्ण हैं। मोर्गन और एमएस धोनी- दो सफेद गेंद क्रिकेट के सर्वश्रेष्ठ कप्तानों में से एक हैं। आईपीएल के पहले चरण में केकेआर की टीम के बुरे हाल थे, लेकिन मोर्गन टीम को फाइनल तक खींच ले गए।'
आईपीएल 2021 में इयोन मोर्गन का प्रदर्शन
इयोन मोर्गन की कप्तानी में कोलकाता नाइटराइडर्स का प्रदर्शन आईपीएल 2021 के दूसरे हाफ में शानदार रहा और टीम ने फाइनल में जगह पक्की की। अपनी बेहतरीन कप्तानी के लिए जहां इयोन मोर्गन की चारों तरफ से तारीफ हुई, वहीं खराब बल्लेबाजी के कारण भी उन्होंने काफी ध्यान आकर्षित किया।
बाएं हाथ के बल्लेबाज ने आईपीएल में 17 मैचों में 11.08 की निराशाजनक औसत से 133 रन बनाए। उनका इस सीजन में स्ट्राइक रेट भी 95.68 का रहा। वह अपने बल्ले से कोई प्रभाव नहीं छोड़ सके।