ऑस्ट्रेलिया (Australia) के खिलाफ सिडनी टेस्ट मैच में भारतीय टीम (Indian Team) ने पहले ही अंतिम एकादश की घोषणा कर दी है। भारतीय टीम में कुछ बदलाव हुए और नवदीप सैनी को डेब्यू करने के लिए टीम में शामिल किया गया है। रोहित शर्मा (Rohit Sharma) को मयंक अग्रवाल (Mayank Agarwal) की जगह टीम में शामिल किया गया है। हनुमा विहारी को एक बार फिर से मौका दिया गया है लेकिन नवदीप सैनी (Navdeep Saini) को शार्दुल ठाकुर के ऊपर तरजीह देते हुए टीम में शामिल किया गया है।
नवदीप सैनी से पहले शार्दुल ठाकुर के नाम की चर्चाएँ हर जगह देखी जा रही थी। इसके पीछे दो कारण भी थे। पहला यह कि शार्दुल ठाकुर गेंद को स्विंग करा सकते हैं और दूसरा उनकी बल्लेबाजी। नवदीप सैनी को टीम में शामिल कर टीम मैनेजमेंट ने चौंकाया जरुर है लेकिन इसके पीछे भी एक रणनीति तेज गेंदबाजी की क्षमता हो सकती है।
नवदीप सैनी तेज गेंद फेंकते हैं
नवदीप सैनी गेंद तेज फेंकते हैं और सिडनी की पिच पर घास होने की बात सामने आई है। अगर पिच में घास होगी, तो यह तेज गेंदबाजों के लिए मददगार होगी। भारतीय टीम में नवदीप सैनी को भी शायद इस वजह से शामिल किया गया है। नवदीप सैनी के पास 145 से 150 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से गेंदबाजी करने की क्षमता है और इससे ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज घास वाली पिच पर परेशान हो सकते हैं। तेज गेंदबाजी आक्रमण को जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज के साथ मजबूत बनाने के लिए टीम मैनेजमेंट ने नवदीप सैनी को टीम का हिस्सा बनाया है।
सिडनी की पिच आम तौर पर बल्लेबाजों के लिए मददगार होती है लेकिन क्यूरेटर ने घास होने की बात कही है। सीधा तेज गेंदबाजों के लिए मददगार पिच के बारे में नहीं बोलते हुए घास वाली पिच के बारे में बोलना साफ़ संकेत है कि यहाँ तेज गेंदबाज राज करेंगे। भारतीय टीम में नवदीप सैनी को भी शायद यही कारण देखते हुए डेब्यू कराने का निर्णय लिया गया है।