नेपाल की टीम एक समय अलग अलग तरह के रिकॉर्ड बनाते रहती थी और ऐसे रिकॉर्ड जो शायद ही कभी टूटे। 2006 में उन्होंने म्यांमार को 10 रनों पर ऑल आउट करके 2 गेंदों में लक्ष्य हासिल कर लिया था। इस मैच में गेंदबाज महबूब आलम का काफी योगदान था और उन्होंने 8 विकेट लिए थे।
दो साल बाद 2008 में महबूब आलम ने अपना ही रिकॉर्ड तोड़ दिया। ICC वर्ल्ड क्रिकेट लीग डिवीजन 5 के एक मैच के दौरान उन्होंने मोजांबिक के खिलाफ सभी 10 विकेट लेकर गिनीज बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करा लिया था। सीमित ओवरों की क्रिकेट में किसी गेंदबाज ने इससे पहले 10 विकेट नहीं लिए थे।
मोजांबिक ने टॉस जीतकर नेपाल को पहले बल्लेबाजी करने का न्यौता दिया। नेपाल की शुरुआत खराब रही और उनका स्कोर 30/3 हो गया। हालाँकि ज्ञानेंद्र मल्ला और शक्ति गौचन ने 73 रन की साझेदारी से टीम को संभाला। फिर मल्ला ने पारस खडका के साथ 80 रन जोड़े। मल्ला ने 77 रन बनाये और नेपाल की टीम ने 50 ओवर में 238/7 का स्कोर खड़ा किया।
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लक्ष्य के जवाब में पहले ओवर में तो मोजांबिक का विकेट नहीं गिरा लेकिन उसके बाद आलम का तांडव शुरू हो गया। उन्होंने मोजांबिक के विकेट चटकाने शुरू किये और कुछ ही देर में स्कोर 12/6 हो गया। कलीम शाह ने किसी तरह 9 रन बनाये लेकिन 19/6 से आलम ने मोजांबिक का स्कोर 19/10 कर दिया। इस तरह मोजांबिक की टीम मैच 219 रन से हार गई और महबूब आलम ने सभी 10 विकेट ले लिए। मोजांबिक के 9 बल्लेबाज 0 पर आउट हुए।
आलम के इस जबरदस्त उपलब्धि को गिनीज बुक ने भी नज़रंदाज़ किया और उनके 10 विकेट के लिए उन्हें रिकॉर्ड बुक में जगह मिली। ये मैच जर्सी में खेला गया था और उस टूर्नामेंट में नेपाल तीसरे स्थान पर रही थी।