अफगानिस्तान क्रिकेट टीम (Afghanistan Cricket Team) अब तक भारतीय सरजमीं पर अपनी घरेलू सीरीज खेलती थी लेकिन अब जल्दी ही उनके देश में भी विश्व स्तरीय क्रिकेट स्टेडियम बनेगा। अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने रविवार को ही इसके बारे में खुलासा किया है। अफगानिस्तान की सरकार ने काबुल में स्टेडियम निर्माण के लिए जमीन का आवंटन भी कर दिया है।अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड के मुखिया फरहान युसूफजई ने कहा है कि मैं इस बात को लेकर खुश हूँ कि काबुल में स्टेट ऑफ़ द आर्ट स्टेडियम होगा। दर्शक अपने चहेते क्रिकेटरों को खेलते हुए देख पाएंगे। इसके लिए उन्होंने अफगानिस्तान के राष्ट्रपति के प्रति आभार व्यक्त भी किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ने हमेशा खिलाड़ियों को प्रोत्साहित किया है। कुछ शुरुआती औपचारिकताओं के बाद स्टेडियम का निर्माण शुरू हो जाएगा और इसमें बेस्ट क्वालिटी होने का दावा भी युसूफजई ने किया। यह भी पढ़ें: मुरली कार्तिक ने ऋषभ पन्त और रिद्धिमान साहा के लिए दिया बयानअफगानिस्तान की टीम खेलती है भारत मेंइस समय अफगानिस्तान की टीम का घरेलू मैदान भारत में है। ग्रेटर नोएडा स्थित क्रिकेट स्टेडियम में इस टीम के घरेलू मैच होते हैं। देहरादून में भी कुछ मुकाबले अफगानिस्तान की टीम ने खेले थे। बीसीसीआई ने अफगानिस्तान क्रिकेट टीम को आगे बढ़ने में काफी मदद की है।अफगानिस्तान में बनने वाला नया स्टेडियम वर्ल्ड क्लास सुविधाओं वाला होगा। इसमें बड़ा गेस्ट हाउस, स्वीमिंग पूल, इनडोर और आउटडोर एकेडमीज, क्राउड के लिए कैनोपी, स्वास्थ्य क्लिनिल, मस्जिद, कार पार्किंग, एडमिन ब्लॉक और कुछ अन्य सुविधाएँ होगी। इसके अलावा यह भी सामने आया है कि स्टेडियम के अंदर बैठने वाले दर्शकों की क्षमता 35 हजार होगी। परिवारों के बैठने की व्यवस्था भी इसमें की जाएगी।As per the decree by H.E Mohammad @ashrafghani, The President of the Islamic Republic of Afghanistan, 12000 square meters of land in Alokhail area of Kabul is approved for the construction of a state of the art stadium in Kabul. More: https://t.co/wXdSK1NOCp pic.twitter.com/C3qGCwEWYD— Afghanistan Cricket Board (@ACBofficials) December 20, 2020गौरतलब है कि अफगानिस्तान की टीम ने तेजी से वर्ल्ड क्रिकेट में अपना नाम किया है। टेस्ट दर्जा भी इस टीम ने जल्दी ही प्राप्त किया है और कुछ वर्ल्ड क्लास क्रिकेटर भी इस टीम ने दिए हैं। संघर्षों से गुजरकर अफगानिस्तान की टीम ने अलग स्थान पाया है।