भारतीय टीम ने न्यूज़ीलैंड में खेली गई एकदिवसीय सीरीज जीत ली। पांचवें और अन्तिम वेलिंग्टन वनडे में भारत ने न्यूज़ीलैंड को 35 रनों से हराया। भारत ने यह वनडे सीरीज 4-1 से अपने नाम की है। भारत ने पाँच मैचों की सीरीज के शुरुआती तीन वनडे जीतकर ही श्रृंखला अपने नाम कर ली थी। मेजबान पूरी सीरीज के दौरान कठिन चुनौती पेश करने में नाकाम रहे। हालांकि उन्होंने चौथा एकदिवसीय मैच 8 विकेट के बड़े अंतर से जीता था।
भारतीय कप्तान को अंतिम दो वनडे मैचों में आराम दिया गया था। उनकी अनुपस्थिति में रोहित शर्मा ने टीम की अगुवाई की।
अब बात करते हैं उन पाँच खिलाड़ियों की जिनके कारण भारत यह सीरीज जीतने में सफल रहा:-
# 5 कुलदीप यादव ( 8 विकेट )
बायें हाथ के चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव अभी भी रहस्यमयी गेंदबाज बने हुए हैं। उनकी विविधताओं को समझने में बल्लेबाज अभी भी सफल नहीं हो पाए हैं। वह निश्चित ही विश्वकप में भारत के लिए ट्रम्प कार्ड साबित होंगे। भारतीय कप्तान विराट कोहली उन पर पूरा भरोसा जताते हैं। उनका अब तक का अंतर्राष्ट्रीय करियर बड़ा शानदार रहा है। कुलदीप ने अब तक 39 वनडे मैच खेले हैं, जिसकी 37 पारियों में उन्होंने 20.65 की औसत से 77 विकेट अपने नाम किये हैं। इस दौरान उनका इकॉनमी रेट 4.77 का रहा है। उनका सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन 25 रन पर 6 विकेट रहा है।
कुलदीप यादव का न्यूज़ीलैण्ड दौरा भी शानदार रहा है। उन्होंने यहां 4 मैच खेले जिसकी 4 पारियों में कुलदीप ने 15.63 की शानदार औसत से 8 विकेट अपने नाम किये हैं। इस दौरान उनका इकॉनमी रेट 4.31 का रहा है। बीच के ओवोरों में कुलदीप रन रेट पर अंकुश लगाने में कामयाब रहे हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन 39 रन पर 4 विकेट लेना रहा है।
# 4 विराट कोहली ( 148 रन, औसत-49.33 )
निसंदेह विराट कोहली वर्तमान में सबसे बड़े बल्लेबाज हैं। क्रिकेट के हर प्रारूप में वह निरन्तर रन बनाते हैं और टीम को जिताते हैं। मगर इस सीरीज में वह एक सफल कप्तान भी नजर आए हैं। उनकी कप्तानी में भारतीय टीम ने अपने शुरुआती तीन मैच जीतकर ही सीरीज अपने नाम की है। यह विश्वकप से पहले भारतीय टीम के लिए एक सकारात्मक खबर है। कोहली को अंतिम दो एकदिवसीय मैचों में आराम दिया गया था।
भारतीय कप्तान विराट कोहली ने इस श्रृंखला में सिर्फ तीन मैच खेले, जिसकी तीनो पारियों में उन्होंने लगभग 50 की शानदार औसत से 148 रन अपने नाम किये हैं। इस बीच उन्होंने 1 अर्धशतक भी लगाया है। वह इस सीरीज में शतक लगाने में नाकामयाब रहे। इस दौरान उनका सर्वाधिक स्कोर 60 रन रहा जो उन्होंने तीसरे एकदिवसीय मैच में बनाया था। उन्होंने टीम के कुल रनों में से 13.84% रन बनाए।
# 3 शिखर धवन ( 188 रन, औसत-47 )
बायें हाथ के सलामी बल्लेबाज शिखर धवन आक्रामक शैली के खिलाड़ी हैं। वह भारत की ओर से निरंतर अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। धवन अपने जोड़ीदार रोहित शर्मा के साथ मिलकर सलामी जोड़ी बनाते हैं, जो कि दायें और बाएं हाथ का सफल सयोंजन है।
न्यूज़ीलैंड में खेली गई एकदिवसीय सीरीज में भी शिखर का प्रदर्शन शानदार रहा है। वह सीरीज में अम्बाती रायडू के बाद दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बने थे। धवन ने इस सीरीज में 5 मैच खेले जिसकी 5 पारियों में उन्होंने 47 की औसत से 188 रन बनाये। इस बीच उन्होंने दो अर्धशतक भी लगाए। उनका उच्चतम स्कोर नाबाद 75 रन रहा, जो उन्होंने पहले नेपियर वनडे में बनाया था। शिखर ने यह रन 81.74 की स्ट्राइक रेट से अपने नाम किये। इस सीरीज में उन्होंने टीम के कुल रनों में से 17.59% रन बनाये।
# 2 अम्बाती रायडू ( 190 रन, औसत-63.33 )
अम्बाती रायडू भारतीय बल्लेबाजी क्रम में नम्बर 4 पर स्थापित बल्लेबाज हैं। उन्होंने अपनी उपयोगिता पांचवें और अंतिम वेलिंग्टन वनडे में सिद्ध की । जब भारतीय टीम संकट में थी। शुरुआती विकेट जल्दी गिर जाने के बाद अनुभवी रायडू ने युवा विजय शंकर के साथ उपयोगी साझेदारी कर टीम को संकट से उबारा। उन्होंने 90 रनों की जुझारू पारी खेली जिस कारण भारतीय टीम सम्मानजनक स्थिति में पहुँचने में कामयाब रही।
दायें हाथ के बल्लेबाज रायडू ने इस श्रृंखला में 5 मैच खेले, जिसकी पांचों पारियों में उन्होंने लगभग 64 की शानदार औसत से 190 रन अपने नाम किये हैं। इस बीच उन्होंने 1 अर्धशतक भी लगाया है। वह इस सीरीज में शतक लगाने में नाकामयाब रहे। इस दौरान उनका सर्वाधिक स्कोर 90 रन रहा जो उन्होंने पांचवे एकदिवसीय मैच में बनाया था। उन्होंने टीम के कुल रनों में से 17.77 % रन बनाए।
# 1 मोहम्मद शमी ( 9 विकेट )
भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने एकदिवसीय क्रिकेट में जोरदार वापसी की है। वह भारतीय टेस्ट टीम के मुख्य तेज गेंदबाज हैं, मगर पिछले कुछ समय से वनडे टीम से बाहर चल रहे थे। जसप्रीत बुमराह की अनुपस्थिति में शमी को फिर से मौका मिला, जिसे शमी ने भुनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। शमी के लय में लौटने से भारतीय गेंदबाज़ी और मजबूत नजर आ रही है। अब शमी के पास मौका होगा कि वह अपने प्रदर्शन के आधार पर विश्वकप की टीम में जगह बना सके।
तेज गेंदबाज के लिए न्यूज़ीलैंड दौरा शानदार रहा है। उन्होंने पूरी श्रृंखला में भारत की ओर से सबसे ज्यादा विकेट लिए। शमी ने 4 मैचों की 4 पारियों में 29 ओवोरों में गेंदबाजी की। इस दौरान उन्होंने 9 विकेट हासिल किए। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 3/19 रहा। शमी ने 15.33 की औसत और 4.76 की इकॉनमी रेट से यह विकेट लिए।