आरसीबी को विराट कोहली को कप्तान नहीं बनाना चाहिए - पूर्व खिलाड़ी का बड़ा बयान 

रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को पूर्व कप्तान विराट कोहली के विकल्प की तलाश है
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को पूर्व कप्तान विराट कोहली के विकल्प की तलाश है

रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) आईपीएल (IPL) 2022 में शामिल होने वाली अब एकमात्र ऐसी टीम है, जिसके कप्तान की घोषणा अभी नहीं हुई है। आरसीबी की कप्तानी का विषय इन दिनों काफी चर्चा में भी है और सभी अपना-अपना सुझाव दे रहे हैं और उन सुझावों में कुछ लोगों ने विराट कोहली (Virat Kohli) को एक बार फिर कमान सौंपने की बात कही है। हालाँकि इस विचार से पूर्व भारतीय खिलाड़ी आकाश चोपड़ा (Aakash Chopra) सहमत नजर नहीं आ रहे हैं। उनके मुताबिक आरसीबी को अब कोहली से टीम को लीड करने के बारे में नहीं कहना चाहिए।

विराट कोहली ने पिछले सीजन के दौरान ही आरसीबी की कप्तानी छोड़ दी थी। ऐसे में आरसीबी अपने नए कप्तान के लिए कई विकल्पों को देख रही है और फ्रेंचाइजी 12 मार्च को एक इवेंट में अपने नए कप्तान तथा नई जर्सी का खुलासा करने वाली है।

अपने यूट्यूब चैनल पर आकाश चोपड़ा ने कहा,

मेरी राय में, आरसीबी को कोहली को अपना कप्तान नहीं बनाना चाहिए। उन्होंने फ्रीडम के साथ खेलने के लिए कप्तानी छोड़ने का फैसला किया, इसलिए अब उन पर बोझ न डालें। यह फ्रेंचाइजी के लिए अच्छी बात हो सकती है; हम एक दबाव मुक्त कोहली को बल्लेबाजी करते हुए देख सकते हैं, जिनपर अब कप्तानी का बोझ नहीं रहेगा। उनकी भी उम्र बढ़ रही है और उन्होंने कई सालों तक दवाब झेला है। आरसीबी को अब अलग दिशा में देखने की जरूरत है।

मैं मैक्सवेल को कप्तान बनाए जाने के पक्ष में नहीं हूँ - आकाश चोपड़ा

आईपीएल 2021 में आरसीबी के लिए धमाकेदार प्रदर्शन करने वाले ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल को भी कप्तानी के विकल्प के रूप में देखा जा रहा लेकिन चोपड़ा ऐसा नहीं सोचते हैं। मैक्सवेल की निरंतरता में कमी के कारण वह इन्हें कप्तान बनाए जाने के पक्ष में नहीं हैं। उन्होंने कहा,

ग्लेन मैक्सवेल कप्तानी के एक आकर्षक विकल्प हैं। उन्होंने मेलबर्न स्टार्स की अच्छी कप्तानी की है और अच्छा प्रदर्शन भी किया है, लेकिन ईमानदारी से कहूं तो मैं इस विकल्प के पक्ष में नहीं हूं। मुझे विदेशी कप्तानों को लेकर आपत्ति है। उन्होंने आईपीएल में पांच साल में एक बार अच्छा प्रदर्शन किया है; यह सिलसिला काफी लम्बे समय से है, इसलिए मोर्गन जैसी स्थिति पैदा हो सकती है। यह ऐसी टीम नहीं है जो एक आउट-ऑफ-फॉर्म खिलाड़ी खिलाना जारी रखेगी; यह एक ऐसी टीम है जो धैर्य खो देगी।

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