मेजबान टीम के दो सदस्यों के कोविड-19 पॉजिटिव निकलने के बाद भारत और श्रीलंका के बीच बहुप्रतीक्षित मुकाबला स्थगित हो गया। यह सीरीज अब 18 जुलाई से शुरू होगी। श्रीलंका ने दूसरे दर्जे की टीम तैयार रखी है कि अगर प्रमुख टीम समय पर नहीं उतर पाई तो सीरीज जारी रह सके।
हालांकि, क्रिकेटर से कमेंटेटर बने आकाश चोपड़ा का मानना है कि श्रीलंका की पहली टीम भी तुलनात्मक कमजोर है।
श्रीलंका को इंग्लैंड दौरे पर एक भी जीत नहीं मिली। टी20 इंटरनेशनल सीरीज में उसका सूपड़ा साफ हुआ और वनडे में वह 0-2 से पिछड़ी। तीसरा वनडे बारिश के कारण रद्द हो गया। इससे पहले श्रीलंका का बांग्लादेश के खिलाफ प्रदर्शन भी अच्छा नहीं रहा था।
ऐसे में भारत के खिलाफ सीरीज से पहले श्रीलंका के लिए कोविड-19 से बचना महत्वपूर्ण हो गया है। प्रदर्शन की बात करते हुए आकाश चोपड़ा ने ध्यान दिलाया कि दो टीमें वहां है, लेकिन श्रीलंका की पहली टीम भी कड़ी चुनौती देने में नाकाम रही है।
चोपड़ा ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, 'श्रीलंका ने दो टीमें तैयार रखी हैं। इंग्लैंड से लौटने वाली टीम एकांतवास में है जबकि दूसरी टीम दांबुला में अभ्यास कर रही है। मगर जरा ये सोचिए कि श्रीलंका की प्रमुख टीम भी कमजोर है।'
द्विपक्षीय सीरीज का कोई महत्व नहीं बचेगा: आकाश चोपड़ा
भारतीय टीम के श्रीलंका दौरे पर जाने को लेकर काफी चर्चा हुई थी। टीम में युवा और अनुभवी खिलाड़ियों का अच्छा मिश्रण है और ऐसे में इंग्लैंड में रह रही प्रमुख टीम के खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी का संयोजन पर प्रभाव नहीं पड़ना है।
चोपड़ा ने आगे ध्यान दिलाया कि अगर श्रीलंका को भारत के खिलाफ अपनी दूसरे दर्जे की टीम उतारना पड़ी तो द्विपक्षीय सीरीज का पूरा मजा किरकिरा हो सकता है क्योंकि श्रीलंका की दूसरी टीम अपेक्षाकृत कमजोर होगी।
श्रीलंकाई टीम अपने प्रदर्शन के कारण आलोचकों के निशाने पर है। आकाश चोपड़ा ने कहा, 'अगर दूसरे दर्जे की टीम श्रीलंका को उतारना पड़ी तो फिर मुकाबला होने की उम्मीद कम है। द्विपक्षीय सीरीज का कोई मतलब ही नहीं और अगर आप मुकाबला ही हटा दो तो मजा ही क्या। पूर्व श्रीलंकाई खिलाड़ियों का मानना है कि अगर श्रीलंका की प्रमुख टीम भारत के खिलाफ एक भी मैच जीतने में कामयाब रही तो किसी चमत्कार से कम नहीं होगा क्योंकि श्रीलंका की प्रमुख टीम भारत की दूसरे दर्जे की टीम से कमजोर नजर आ रही है।'