अफगानिस्तान (Afghanistan Cricket Team) की टीम बुधवार से बांग्लादेश (Bangladesh Cricket Team) के खिलाफ एकमात्र टेस्ट खेलने में व्यस्त हो गई है। अफगानिस्तान के हेड कोच जोनाथन ट्रोट ने उम्मीद जताई कि अफगानिस्तान को ज्यादा टेस्ट मैच खेलने की जरुरत है। ट्रोट का मानना है कि अगर अफगानिस्तान की टीम ज्यादा टेस्ट मैच खेलेगी तो फिर वो अपना खेलने का स्टाइल विकसित कर सकती है।
पता हो कि 2018 में अफगानिस्तान को टेस्ट दर्जा प्राप्त हुआ था, जिसके बाद से वो केवल 6 टेस्ट ही खेल सकी है। अफगानिस्तान ने अपना आखिरी टेस्ट मार्च 2021 में जिंबाब्वे के खिलाफ खेला था। अफगानिस्तान की टीम आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप का हिस्सा भी नहीं है, जिससे कि उसे कई टेस्ट मैच खेलने को मिले। एफटीपी पर नजर डालें तो अफगानिस्तान को 2025 तक ज्यादा टेस्ट खेलने का अवसर नहीं मिला है।
एफटीपी के मुताबिक 2025 तक अफगानिस्तान को कुल 12 टेस्ट खेलने को मिलेंगे। अफगानिस्तान की टीम टेस्ट क्रिकेट में किस स्टाइल से खेलेगी, इस पर बातचीत करते हुए हेड कोच जोनाथन ट्रोट ने कहा, 'मेरे ख्याल से यह खिलाड़ियों पर है कि वो साधारण तरीके से मैच खेले। हेड कोच होने के नाते आपको भी वास्वितकता पता होता है कि आपके पास कैसे खिलाड़ी हैं। आप टीम में किस तरह का जोश देखना चाहते हैं। खेलने की स्टाइल इस पर निर्भर करती है कि आपके पास खिलाड़ी कैसे हैं।'
उन्होंने आगे कहा, 'आप हमेशा दोनों चीजें एकसाथ आक्रमण और रक्षा नहीं कर सकते हैं। कुछ खिलाड़ी अधिकांश आक्रामक खेलने की कोशिश करते हैं तो यह सब आपके खिलाड़ियों पर निर्भर करता है। आपको सही संतुलन खोजना होता है। मेरे ख्याल से ज्यादा टेस्ट खेलने पर आपको एहसास होता है कि खेलने का सर्वश्रेष्ठ तरीका क्या है।'
राशिद खान पीठ में समस्या के कारण बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट नहीं खेल रहे हैं। इस पर ट्रोट ने कहा, 'राशिद का विकल्प खोजना मुश्किल है। उसके पास दुनियाभर में खेलने का अपार अनुभव है। वो टेस्ट क्रिकेट भी खेला है तो निश्चित ही उसकी कमी खलेगी। मगर अभी काफी टूर्नामेंट आने हैं, जिसमें एशिया कप और विश्व कप जैसे प्रमुख टूर्नामेंट शामिल हैं।'