पूर्व इंग्लैंड के खिलाड़ी माइकल एथर्टन (Michael Atherton) ने स्टुअर्ट ब्रॉड (Stuart Broad) की सराहना की है और कहा है कि इस दिग्गज गेंदबाज ने वेस्टइंडीज दौरे पर ना चुने जाने के बाद भी टीम में वापसी करने के लिए गजब का उत्साह और जुनून दिखाया था।
ऑस्ट्रेलिया में इंग्लैंड की 4-0 की एशेज की हार के बाद, चयनकर्ताओं ने 2022 वेस्टइंडीज दौरे से ब्रॉड और एंडरसन दोनों को टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया था। इस फैसले ने कईयों को हैरानी में डाल दिया था। मगर दोंनो दिग्गज गेंदबाजों ने बेन स्टोक्स और ब्रेंडन मैक्लम की अगुाई वाली नयी टीम में जबरदस्त वापसी की।
एथर्टन ने ब्रॉड को उनके शानदार करियर पर श्रद्धांजलि दी
एथर्टन ने रविवार के खेल के आगाज से पहले ब्रॉड को उनके शानदार करियर के लिए श्रद्धांजलि दी और टीम में दोबारा वापसी करने के लिए उनके उत्साह और जुनून की तारीफ की। पूर्व इंग्लैंड कप्तान ने ये भी कहा कि ब्रॉड अपने करियर के अंत में बाएं हाथ के बल्लेबाजों के लिए एक बुरा सपना बन गए थे। एथर्टन ने कहा,
यहां तक कि बड़े खिलाड़ियों को भी अपने करियर में कठिन समय का सामना करना पड़ता है, और उन्हें उनसे फिर से लड़कर निकलना होता है। बारह महीने पहले, उन्हें वेस्टइंडीज के दौरे के लिए टीम से बाहर किया गया था। उस समय यह आसान होता कि वो कह देते, "बस, अब मैं कमेंट्री बॉक्स में जा रहा हूं", लेकिन उनके पास उत्साह और इच्छा थी कि वह वापस आकर सुधार करे।
सोचिए कि राउंड द विकेट आकार उन्होंने बांए हाथ के बल्लेबाजों के खिलाफ कैसे सुधार किया है। वे अपना करियर के अंत में बाएं हाथ के बल्लेबाजों के लिए एक डरावना सपना बन गए थे।
मालूम हो कि स्टुअर्ट ब्रॉड ने ओवल में खेले जा रहे एशेज के पांचवे और आखिरी टेस्ट के तीसरे दिन टेस्ट क्रिकेट से अचानक संन्यास का ऐलान कर दिया था। ब्रॉड ने अपने इस फैसले पर कहा कि उन्होंने ये कठिन फैसला काफी सोच समझ के लिया है, और वो अपना करियर को ऊंचाई पर खत्म करना चाह रहे थे, और ये उनके लिए टेस्ट क्रिकेट से अलविदा कहने का सबसे अच्छा समय था। ब्रॉड ने अब तक अपने टेस्ट करियर में 167 मैच में 602 विकेट लिए हैं।