ऑस्ट्रेलिया (Australia Cricket team) के पूर्व स्पिनर ब्रैड हॉग (Brad Hogg) का मानना है कि इंग्लैंड (England Cricket team) की टीम का एशेज सीरीज (Ashes Series) में 5-0 से सफाया होगा। मेहमान टीम को एडिलेड में खेले गए दूसरे टेस्ट में 275 रन की शिकस्त मिली और हॉग ने भरोसा जताया कि ऑस्ट्रेलियाई टीम शेष तीनों मैच जीतकर इंग्लैंड का 5-0 से क्लीन स्वीप करेगी।
हॉग ने साथ ही कहा कि इंग्लैंड के कप्तान जो रूट और कोच क्रिस सिल्वरवुड को आगामी बॉक्सिंग डे टेस्ट से पहले टीम को प्रोत्साहित करना होगा। जो रूट की कप्तानी की काफी आलोचना हुई और फैंस व पंडितों ने इंग्लैंड के बल्लेबाजी क्रम की आलोचना की।
अपने यूट्यूब चैनल पर बातचीत करते हुए हॉग ने कहा, 'मेरे ख्याल से यह सीरीज 5-0 होगी क्योंकि इंग्लैंड की टीम बिलकुल लय में नजर नहीं आ रही है। रूट ने जो कहा, उससे गेंदबाज जरूर निराश होंगे। इससे थोड़ी अलग स्थिति पैदा हो सकती है। रूट और सिल्वरवुड को इस टीम को ऊंचा उठाने की जरूरत ह। मेरे ख्याल से उनकी योजना ज्यादा बनी हुई है। वह इस समय नकारात्मक परिदृश्यों पर ध्यान दे रहे हैं न कि आगे की तरफ ध्यान लगा रहे हैं।'
इंग्लैंड के पूर्व तेज गेंदबाज स्टीव हार्मिसन ने ध्यान दिलाया कि टीम के मौजूदा मामले काफी गहराई तक हैं और यह कोच व कप्तान के भी बाहर हैं। उन्होंने मौजूदा इंग्लैंड के बल्लेबाजी क्रम को सबसे कमजोर करार दिया।
हार्मिसन ने कहा, 'रूट और सिल्वरवुड से कई गहराई तक यह मामला है। सफेद गेंद क्रिकेट को बढ़ावा देना। जब भी हम एशेज हारते हैं तो हम हमेशा काउंटी क्रिकेट को दोष देते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है। काउंटी क्रिकेट लगातार शानदार खिलाड़ी दे रहा है। इंग्लैंड की लंबे समय में यह सबसे कमजोर बल्लेबाजी क्रम है। इसे जल्द ही ठीक करने की जरूरत है।'
इंग्लैंड की टीम दो टेस्ट की चार पारियों में 300 रन का आंकड़ा पार नहीं कर सकी है। जो रूट और डेविड मलान को छोड़कर कोई बल्लेबाज इंग्लैंड के लिए क्रीज पर सहज नजर नहीं आया।
जो रूट के बयान से खुश नहीं स्टीव हार्मिसन
जो रूट ने दूसरा टेस्ट हारने के बाद जो बयान दिया, उससे स्टीव हार्मिसन खुश नजर नहीं आए। इंग्लैंड के कप्तान ने कहा कि गेंदबाजों को ज्यादा सफलता हासिल करने के लिए फुल लेंथ पर गेंदबाजी करने की जरूरत थी। हार्मिसन ने कहा कि कैच छोड़ने के कारण गेंदबाज सफल नहीं हो सके।
पूर्व तेज गेंदबाज ने कहा, 'अगर इंग्लैंड खेमे में मैं भी गेंदबाजों में से एक होता, तो मेरे ख्याल से मैं ड्रेसिंग रूम में जो रूट को कमेंट जरूर पास करता। रूट ने ध्यान दिलाया कि गेंदबाजों ने फुल लेंथ पर गेंदबाजी नहीं की और मैं कहता कि 10 बार आपने फुल लेंथ की गेंद डाली, हमने बल्लेबाजों के किनारे लगवाए, लेकिन उन कैचों को छोड़ दिया गया। इंग्लैंड ने गेंदबाजी फुल लेंथ की पर्याप्त की, उन्हें कैच के मौके दिलाएं, लेकिन हमने उन्हें छोड़ा।'
इंग्लैंड ने मार्नस लैबुशेन को दो मौके दिए। इंग्लैंड की टीम दो टेस्ट में 8 कैच टपका चुकी है। ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच सीरीज का तीसरा टेस्ट 26 दिसंबर को खेला जाएगा।