श्रीलंका के कप्तान दासुन शनाका (Dasun Shanaka) ने चोट से जूझ रहे अपने खिलाड़ियों के बारे में बड़ी बात कही है। शनाका ने कहा है कि ऐसी स्तिथि पर उनका कोई जोर नहीं और ये उनके नियंत्रण से बाहर है। उन्होंने ये भी कहा कि उन्हें उम्मीद है कि टीम में मौजूद बाकी खिलाड़ी चोट ग्रस्त खिलाड़ियों की जगह को भरने में सफल होंगे।
एशिया कप के अपने पहले मैच से पहले श्रीलंकाई टीम के कई खिलाड़ियों को चोट की वजह से टूर्नामेंट से बाहर जाना पड़ा है। इन चोटिल खिलाड़ियों में प्रमुख स्पिनर वानिंदू हसरंगा, दुष्मंथा चमीरा, लाहिरू कुमारा और दिलशान मधुशंका जैसे खिलाड़ी शामिल हैं और यहीं कारण है कि टीम को पहले मैच में इनकी सेवाओं के बिना ही उतरना पड़ेगा।
कुछ खिलाड़ी दुर्भाग्य से चूक गए- दासुन शनाका
गुरुवार को बांग्लादेश के खिलाफ मुकाबले से पहले शनाका ने प्री-मैच प्रेस मीटिंग में बात करते हुए अफसोस जताया और कहा कि उनके कुछ प्रमुख और बड़े खिलाड़ी चोट की दुर्भाग्यपूर्ण वजह से इस टूर्नामेंट में भाग लेने से चूक गए। मगर उन्होंने अपनी युवा टीम पर भरोसा जताया और कहा,
हम चोटों पर नियंत्रण नहीं रख सकते। आप उन खिलाड़ियों को जानते हैं जो दुर्भाग्य से चूक गए जिसमें हसरंगा, चमीरा शामिल हैं। वे बड़े और अनुभवी खिलाड़ी हैं। मगर हमारे पास एक युवा टीम है और ये उनके लिए अच्छा अनुभव होगा, और हम इस टूर्नामेंट की दिशा में आगे देख रहें हैं।
शनाका ने आगे कहा कि एशिया कप में अपनी छाप छोड़ने के लिए उनके पास टीम में प्रयाप्त गुणवान खिलाड़ी मौजूद है। शनाका ने कहा,
पिछले एशिया कप में भी हम एक छुपे रुस्तम टीम की तरह इस टूर्नामेंट में आए थे और हमने अपना पहला मुकाबला अफगानिस्तान के हाथों गवां दिया था मगर हम फिर भी ट्रॉफी जीतने में कामयाब रहें। इसमें कोई सवाल नहीं है कि वर्तमान में हम कहां पर खड़े हैं और हमारी टीम का संतुलन क्या है। हम बस टूर्नामेंट का इंतजार कर रहें हैं।