क्रिकेट में किसी भी टीम के लिए ऑलराउंडर की भूमिका सबसे ज्यादा अहम होती है। भारत (Indian Cricket Team) के लिए भी एशिया कप (Asia Cup 2023) और वर्ल्ड कप (World Cup 2023) में ऑलराउंडर की भूमिका सबसे ज्यादा अहम होने वाली है। इस वक्त वनडे फॉर्मेट में भारत के सबसे अच्छे ऑल-राउंडर्स में से एक हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) है, जो तेज गेंदबाजी भी करते हैं, और बल्ले से भारतीय टीम का मध्यक्रम और निचला क्रम भी संभालते हैं।
हालांकि, इसके लिए उन्हें बाकी खिलाड़ियों के मुकाबले सबसे ज्यादा मेहनत भी करनी पड़ती है। हार्दिक ने एक इंटरव्यू में खुद बताया कि उनका वर्कलोड बाकी खिलाड़ियों की तुलना में दो या तीन गुना ज्यादा है।
हार्दिक पांड्या ने बताया अपना दुख
एशिया कप में भारत के पहले मैच में पाकिस्तान के खिलाफ जब भारतीय टीम का टॉप-ऑर्डर ध्वस्त हो गया था, ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या ने इशान किशन के साथ मिलकर एक शानदार साझेदारी की और 87 रनों की एक बेहतरीन पारी खेलकर टीम को एक सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। भारत के उप-कप्तान हार्दिक पांड्या ने स्टार स्पोर्ट्स के एक कार्यक्रम में बात करते हुए अपने वर्कलोड के बारे में बताया कि,
"एक ऑल-राउंडर के तौर पर मेरा वर्कलोड किसी और की तुलना में दोगुना या तिगुना है। टीम का एक बल्लेबाज जाता है और अपनी बल्लेबाजी पूरी करके अपना काम खत्म कर लेता है, लेकिन मुझे उसके बाद भी गेंदबाजी करनी होती है। इसलिए मेरे लिए ये सारा दबाव, नेट सेशन, मेरी ट्रेनिंग या मेरे प्री-कैंप सेशन को मैनेज से वर्कलोड बढ़ जाता है।"
हार्दिक ने आगे कहा कि,
"मैंने जो महसूस किया है, वह यह है कि चाहे कुछ भी हो, आपको खुद को हौसला देना होगा, आपको विश्वास करना होगा कि आप दुनिया में सर्वश्रेष्ठ हैं। यह आपको सफलता की गारंटी नहीं देता है, लेकिन यह आपको सफलता की दिशा में काम करने के लिए प्रेरित करता है, इसलिए आप व्यावहारिक रूप से खुद का समर्थन करें।”