भारत और ऑस्ट्रेलिया (IND vs AUS) के बीच 9 फरवरी से बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज (BGT Test Series) की शुरुआत नागपुर में पहले मैच से होगी। भारतीय टीम में दिग्गज स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) की गेंदबाजी का सामना करने के लिए ऑस्ट्रेलिया टीम के युवा बल्लेबाज मैट रेनशॉ (Matt Renshaw) पूरी तरह से तैयार हैं। हालांकि रेनशॉ को शायद ही इस दौरे पर कोई टेस्ट मैच खेलने का मौका मिले क्योंकि सलामी बल्लेबाज के रूप में डेविड वॉर्नर और उस्मान ख्वाजा हैं, वहीं, मध्यक्रम में कोई स्लॉट खाली नहीं है। हालाँकि, अगर कैमरून ग्रीन फिट न हुए तो शायद उन्हें मौका मिल सकता है। रेनशॉ ने अश्विन की गेंदबाजी का सामना करने को लेकर अपने विचार रखे हैं।
टेस्ट सीरीज शुरू होने में अभी 2 हफ्ते से ज्यादा का समय बाकी है लेकिन उससे पहले युवा बल्लेबाज रेनशॉ ने अश्विन की चुनौती को लेकर अहम बयान दिया है और कहा, 'मुझे लगता है कि स्पिन की परिस्थितियों में आर अश्विन और बाएं हाथ के किसी भी ऑफस्पिनर से बड़ी चुनौती एलबीडब्ल्यू की होती है। स्पष्ट रूप से हर कोई उसके बारे में सोचता है जब गेंद टर्न करती है और आपको स्लिप में कैच करवाती है, लेकिन इससे अहम और बड़ा एलबीडब्ल्यू आउट होना होता है, जब गेंद स्पिन नहीं करती है। आपको बस उसके लिए तैयार रहना होगा।
रेनशॉ ने स्पिन गेंदबाजी को खेलने के अनुभव को लेकर आगे कहा, 'मुझे लगता है कि दो साल नंबर 5 पर बल्लेबाजी करने से मुझे स्पिन का सामना करने में मदद मिली। मैं अपने खेल को अब बहुत बेहतर जानता हूं और मैं विभिन्न परिस्थितियों में बहुत सहज हूं। हमारे पास एक मजबूत टीम है, लेकिन मुझे पता है कि अगर मुझे मौका मिला तो मैं तैयार रहूंगा।'
यह सीरीज दोनों देशों के लिए काफी महत्वपूर्ण है। एक तरफ जहाँ टीम इंडिया वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बनाने के लिए इस टेस्ट सीरीज को अपने नाम करना चाहगी, तो दूसरी तरफ मेहमान टीम 19 साल बाद टेस्ट सीरीज को भारत में जीतने का प्रयास करेगी।