ऑस्ट्रेलिया (Australia Cricket Team) के टेस्ट और वनडे कप्तान पैट कमिंस (Pat Cummins) ने स्वीकार किया है कि वह कुछ साल पहले लंबे समय तक निरंतर क्रिकेट खेलने के बाद थकान से जूझ रहे थे।
वर्षों से कमिंस ऑस्ट्रेलियाई पेस अटैक का नेतृत्व करते रहे हैं और कप्तान के रूप में भी उन्होंने आगे आकर टीम की अगुआई की है। इस तेज गेंदबाज ने इस साल अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच बॉर्डर-गवास्कर ट्रॉफी के दौरान भारत में खेला था। परिवारिक आपातकालीन स्थिति के कारण उन्हें ये सीरीज बीच में छोड़ कर घर लौटना पड़ा क्योंकि उनकी माँ अस्वस्थ थी।
नॉन-स्टॉप क्रिकेट खेलने से थक गया था - पैट कमिंस
पीटीआई के रिपोर्ट के अनुसार, ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने स्वीकार किया कि वह कुछ साल पहले चोटों से उबरकर टीम में वापस लौटने के बाद थकान से जूझ रहे थे। कमिंस ने स्वीकार किया कि वह 35 वर्ष की उम्र तक खेलना जारी रखना चाहते है और जल्द ही समझ गये है कि उन्हें सब कुछ संतुलित करने का तरीका ढूंढना होगा। कमिंस ने पूर्व इंग्लैंड फुटबॉल खिलाड़ी रियो फर्डिनैंड के साथ बातचीत में कहा,
क्रिकेट बुनियादी रूप से 12 महीने ही खेला जाता है, कहीं न कहीं हमेशा क्रिकेट का मैच चल रहा होता है और मैं दो-तीन साल तक नॉन-स्टॉप खेलता रहा। यह लगभग चार-पांच साल पहले का है, जब मैं चोटों से लौटा था। और मैं थक गया था, बर्नआउट हो गया था और मैं बस सोचता रह गया, ‘अरे यार मैं यहां 25 साल का हूं लेकिन मैं 35 तक यह सब करना चाहता हूं’ मुझे सभी इन अलग-अलग चीजों को संतुलित रखने का तरीका खोजना होगा।
बता दें कि अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम को मध्य नजर रखते हुए पैट कमिंस ने इस साल आईपीएल 2023 में भी भाग नहीं लिया है। इस साल ऑस्ट्रेलिया को कमिंस के नेतृत्व में जून के महीने में इंग्लैंड में भारत के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेलना है और इसी महीने के आखिरी में उनकी टीम 5 मैचों के प्रतिष्ठित एशेज श्रृंखला के लिए इंग्लैंड से भिड़ेगी।