पाकिस्तान क्रिकेट टीम (Pakistan Cricket Team) के कप्तान और आईसीसी वनडे रैंकिंग में दुनिया के नंबर बल्लेबाज बाबर आज़़म (Babar Azam) ने अपने 100वें एकदिवसीय मुकाबले से पहले अपने क्रिकेटिंग सफर के बारे में बात की है।
बाबर ने कहा है कि उनके अब तक के सफर में उनके परिवार ने उन्हें बहुत सपोर्ट किया है। उन्होंने इस बातचीत के दौरान बताया है कि उन्हें अपने क्रिकेट खेलने के सपने को पूरा करने में बहुत से त्याग करने पड़े।
दादी की आखिरी यात्रा पर भी नहीं शामिल हो पाया – बाबर आज़म
पीसीबी पॉडकास्ट के 46वें संस्करण में बात करते हुए इस दिग्गज बल्लेबाज ने बताया कि कैसे एक क्रिकेट मैच के चलते वो अपनी दादी की आखिरी यात्रा में शामिल नहीं हो पाएं। बाबर ने कहा,
मैं उस वक्त इस्लामाबाद की तरफ से फर्स्ट क्लास मैच में 12th मैन बन कर फील्डिंग कर रहा था, तभी शाम का वहा के बैंक मैनेजर को फोन आई कि आपकी दादी का देहांत होगया है। उस वक्त मुझे समझ नहीं आ रहा था कि मैं क्या करूं। वहां से निकल कर मैं घर जाने के लिए गाड़ी ढूंढ रहा था मगर गाड़ी नहीं मिल रही थी। फिर मैं वहां से पिंंडी गया और वहां से गाड़ी पकड़ी मगर मैं जब तक पहुंचा तब तक लेट हो गया था और दादी का जनाज़ा उठ चुका था। ये कुछ ऐसे त्याग है जिसमें परिवार ने मेरा बहुत समर्थन किया और मुश्किल वक्त में साथ खड़े रहे।
बाबर ने आगे बात करते हुए अपने पहले बैट की कहानी भी साझा की और कहा,
मैंने अपने अब्बा जी से कहा कि मुझे बैट चाहिए तो अब्बा जी ने मुझसे कहा कि मेरे पास पैसे नहीं है। तो मेरे मामा ने कहा कि मेरा पास है, मैने कुछ जोड़े हुए है। उस टाइम पर तकरीबन ये 4000–5000 रुपए थे और उससे जा कर मैंने पूरी कीट खरीदी और उस बैट से मैं 2-3 साल तक खेला।
बता दें कि बाबर ने हाल ही में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेलते हुए एकदिवसीय क्रिकेट में सबसे तेज 5000 रन पूरा करने का विश्व रिकॉर्ड अपने नाम किया है। बाबर ने ये रिकॉर्ड 97 पारियों में हासिल किया है जबकि पहले ये रिकॉर्ड दक्षिण अफ्रीका के पूर्व खिलाड़ी हासिम अमला के नाम था जिन्होंने ने ये कारनामा 101 पारियों में पूरा किया था।