बीते रविवार को ढाका में समाप्त हुए सीरीज के दूसरे टेस्ट में भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) ने बांग्लादेश को तीन विकेट से हराकर सीरीज में 2-0 से कब्जा जमाया। जीत के लिए मिले 145 रनों के छोटे से लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम को अपनी दूसरी पारी में संघर्ष करना पड़ा। सीरीज जीत के बाद ऋषभ पंत (Rishabh Pant) ने दिल जीतने वाला काम किया, जिसकी चर्चा सोशल मीडियो में खूब हो रही है।
भारतीय कप्तान केएल राहुल को सीरीज जीत के बाद ट्रॉफी सौंपी गई। इसके बाद कप्तान ने इसे अनकैप्ड सौरभ कुमार और अभिमन्यु ईश्वरन के हाथों में दे दिया। इस बीच ऋषभ पंत ने लम्बे समय के बाद टेस्ट क्रिकेट में वापसी करने वाले जयदेव उनादकट से ट्रॉफी उठाने का आग्रह किया। ऐसे में उनादकट ने ट्रॉफी उठाई और भारतीय टीम ने इसका जश्न मनाया।
गौरतलब हो कि बाएं हाथ के तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट ने 12 साल के बाद टेस्ट क्रिकेट में वापसी की थी। उन्होंने अपना पहला टेस्ट 2010 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेला था, जिसमें वह कोई विकेट नहीं ले सके थे। इसके बाद उन्होंने 12 साल बाद ढाका टेस्ट खेला, जिसकी पहली पारी में उन्होंने दो विकेट (2/50) और दूसरी पारी में एक विकेट (1/17) लिया था।
अगर मैच की बात करें तो बांग्लादेश ने अपनी पहली पारी में 227 रन बनाए थे, जिसके जवाब में मेहमान टीम ने 314 रन बनाकर बढ़त हासिल की। भारत की ओर से पहली पारी में ऋषभ पंत (93) और श्रेयस अय्यर (87) ने बेहतरीन पारी खेली। वहीं, दूसरी पारी में बांग्लादेश ने 231 रन बनाकर भारत के सामने जीत के लिए 145 रनों का लक्ष्य रखा। छोटे से लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम ने एक समय 74 के स्कोर तक अपने सात विकेट खो दिए थे। मुश्किल घड़ी में अय्यर (29*) और रविचंद्रन अश्विन (42*) ने जुझारू पारी खेलकर जीत दिला दी।