बांग्लादेश के ताईजुल इस्लाम टेस्ट क्रिकेटर्स की उस अनचाही लिस्ट का हिस्सा बन गए हैं, जो हिट विकेट आउट हुए हैं। वैसे, इन सभी में शायद ताईजुल इस्लाम सबसे दुर्भाग्यशाली अंदाज में आउट हुए होंगे। पल्लेकले में दूसरे टेस्ट के दौरान बांग्लादेश की टीम तीसरे दिन 251/9 के स्कोर पर थी और तब वह श्रीलंका के स्कोर से 242 रन पीछे थी। ताईजुल इस्लाम क्रीज पर 49 गेंदों का सामना कर चुके थे, लेकिन जूते के फीते ढीले होने के कारण उन्हें बड़ा नुकसान भुगतना पड़ा।
श्रीलंका के तेज गेंदबाज सुरंगा लकमल का सामना करते हुए 29 साल के ताईजुल इस्लाम ने डिफेंस किया, जब उनके बाएं पैर का जूता उतर गया और जाकर स्टंप पर लग गया। बांग्लादेशी बल्लेबाज की पारी का अंत बहुत खराब और दुर्भाग्यशाली अंदाज में हुआ।
(वीडियो सौजन्य: फॉक्स क्रिकेट)
इसी के साथ सुरंगा लकमल टेस्ट क्रिकेट में बल्लेबाज को हिट विकेट आउट करने वाले श्रीलंका के दूसरे गेंदबाज बने। वह मुथैया मुरलीधरन के क्लब में जुड़े, जिन्होंने 1997 में यह दुर्लभ उपलब्धि हासिल की थी।
ताईजुल इस्लाम ने गेंदबाजी में किया कमाल
भले ही ताईजुल इस्लाम बल्ले से पहली पारी में केवल 9 रन का योगदान दे पाए, लेकिन दूसरी पारी में उन्होंने गेंद से बांग्लादेश के लिए कमाल किया। इस्लाम में 19.2 ओवर में 72 रन देकर पांच विकेट चटकाए। इस्लाम ने 33 टेस्ट में 134 विकेट लिए, जिसमें 8 बार एक पारी में पांच या ज्यादा विकेट लेना शामिल है। खेल के सबसे लंबे प्रारूप में वह एक पारी में 5 या ज्यादा विकेट सबसे ज्यादा बार लेने वाले दूसरे बांग्लादेशी गेंदबाज हैं।
बहरहाल, श्रीलंका ने दूसरा टेस्ट 209 रन के अंतर से सीखकर 1-0 से सीरीज अपने नाम की। डेब्यू करने वाले प्रवीण जयविक्रमा ने मैच में 11 विकेट लिए। श्रीलंका द्वारा मिले 437 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए बांग्लादेश की टीम आखिरी दिन सुबह के सत्र में 227 रन पर ऑलआउट हो गई। सीरीज का पहला टेस्ट ड्रॉ हुआ था, जिसमें दोनों टीमों ने जमकर रन बनाए थे। उस टेस्ट में दोनों टीमों ने मिलाकर 1289 रन बनाए और केवल 17 विकेट गिरे थे।
श्रीलंका ने दूसरे टेस्ट में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था। मेजबान टीम ने अपनी पहली पारी 493/7 के स्कोर पर घोषित की। फिर बांग्लादेश की पहली पारी 251 रन पर ऑलआउट हो गई। मेजबान टीम ने तब बांग्लादेश को फॉलोऑन नहीं दिया और अपनी दूसरी पारी 194/9 के स्कोर पर घोषित की।