भारतीय क्रिकेट टीम (India Cricket team) के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) ने बताया कि जिस तरह रविंद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) ने नागपुर टेस्ट में वापसी की, वो उससे बहुत खुश हैं। द्रविड़ के मुताबिक नागपुर टेस्ट जडेजा के लिए फिजिकल फिटनेस का परीक्षण था, जिसे उन्होंने बड़े अच्छी तरह पास किया।
जडेजा को पिछले साल यूएई में एशिया कप के दौरान घुटने में चोट लगी थी, जिसके लंबे समय बाद उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी की। 34 साल के ऑलराउंडर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नागपुर में गेंद और बल्ले दोनों से शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने मैच में 7 विकेट लिए और 70 रन बनाए। जडेजा को इस शानदार प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।
बुधवार को दूसरे मैच से पहले हुई प्रेस कांफ्रेंस में राहुल द्रविड़ से जडेजा की वापसी के बारे में सवाल किया गया, जिस पर भारतीय हेड कोच ने कहा, ' मैं इससे ज्यादा खुश और संतुष्ट नहीं हो सकता। हमने पहले दिन उनका असली टेस्ट लिया था। हमने उनसे 22 ओवर गेंदबाजी कराई तो वहां कोई कोताही नहीं बरती गई। सोच थी कि टेस्ट में उन्हें कुछ आराम दिया जाएगा। मगर जिस तरह उन्होंने गेंदबाजी की, वो बस लगातार गेंदबाजी करते रहे। शारीरिक रूप से उनके लिए शानदार टेस्ट रहा। उन्होंने इस टेस्ट को पास किया। उन्होंने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया था।'
जडेजा ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट की पहली पारी में 47 रन देकर पांच विकेट लिए और ऑस्ट्रेलियाई टीम को 177 रन पर समेटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मेहमान टीम खराब शुरुआत से उबर नहीं पाई और एक पारी व 132 रन के अंतर से शिकस्त मिली।
कप्तान रोहित शर्मा की पारी की तारीफ करते हुए द्रविड़ ने कहा, 'रोहित शर्मा का शतक जमाना शानदार रहा। इससे जडेजा और अक्षर के लिए मंच तैयार हो गया और हम मैच जीतने में कामयाब रहे। टॉस हारकर ऑस्ट्रेलिया को 177 रन पर रोकने के लिए गेंदबाजों को बड़ा श्रेय जाता है। पहली पारी में हमने दबाव बनाए रखा। रोहित वो गोंद थे, जिन्होंने पारी को एकजुट रखा।'