भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) ने वर्ल्ड कप (ICC Cricket World Cup 2023) में नंबर-4 की जिम्मेदारी श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) को सौंपी है। अय्यर ने कई महीनों तक चोट से जूझने के बाद एशिया कप में वापसी की थी, और उसके बाद कुछ अच्छी पारियां भी खेली थी, लेकिन वर्ल्ड कप में श्रेयस का बल्ला शांत है। मुंबई के इस बल्लेबाज की कमजोरी विपक्षी गेंदबाजों को पता चल गई है, और हर मैच में हरेक टीम के गेंदबाज श्रेयस की उसी कमजोरी का फायदा उठाते हैं।
श्रेयस अय्यर इस वर्ल्ड कप में 4 में 3 बार शॉर्ट बॉल पर आउट हुए हैं। इंग्लैंड के खिलाफ भी श्रेयस अय्यर उस गेंद को पुल मारने के चक्कर में आउट हो गए। श्रेयस की इस परेशानी का हल आईपीएल में उनके कप्तान रह चुके गौतम गंभीर ने बताया है। गंभीर ने कहा कि,
"देखिए, नेट्स में किसी शॉट का अभ्यास करने का मतलब यह नहीं है कि उसे मारना ही है। मुझे ऐसा लगता है कि वह (श्रेयस) जबरदस्ती उस शॉट को मारने की कोशिश कर रहे हैं। वह असल में शॉर्ट गेंद का ही इंतजार करते हैं, जबकि उन्हें आगे बढ़कर पुल करने की कोशिश करनी चाहिए। और पुल उतनी ही ऊंचाई पर खेलना चाहिए, जितना आप नियंत्रित कर सकते हैं। आज भी अगर आप देखें तो वह हर गेंद को पुल करना चाह रहे थे, जो आप बेहतरीन अंतरराष्ट्रीय गेंदबाजों के खिलाफ नहीं कर सकते।"
श्रेयस को ज्यादा स्मार्ट होना पड़ेगा: गौतम गंभीर
2011 वर्ल्ड कप के फाइनल मैच में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज गौतम गंभीर ने कहा कि,
"मुझे ऐसा लगता है कि वह हर गेंद पर काफी पीछे जा रहे हैं, और उन्हें ऐसा लगता है कि हरेक गेंदबाज उन्हें शॉर्ट गेंद ही करने वाला है, और उसे उन्हें पुल करना है।"
उन्होंने आगे कहा कि,
"आपको बल्लेबाजी में किसी भी चीज को इगो पर लेने की जरूरत नहीं है। आप हर चीज में अच्छे नहीं हो सकते। हां, अगर आप किसी चीज पर काम कर रहे हैं तो यह निश्चित करें कि वो आपके रेंज यानी इतनी ऊंचाई पर हो जितना आप नियंत्रित कर सकें। वह अपनी इस कमी को सुधारने के लिए आगे भी काम कर सकते हैं, लेकिन उन्हें ज्यादा स्मार्ट होना पड़ेगा। उन्हें यह समझना होगा कि उनके लिए पुल शॉर्ट खेलने की उचित ऊंचाई क्या है।"