टेस्ट डेब्यू में शतक जमाना बड़ी उपलब्धि है। यह तब और खास हो जाता है जब 'क्रिकेट के मक्का' कहे जाने वाले लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड पर जमाया गया हो। न्यूजीलैंड के ओपनर डेवोन कॉनवे ने बुधवार को इतिहास रचा जब उन्होंने अपने डेब्यू टेस्ट में शतक जमाया और पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली का 25 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया।
सौरव गांगुली ने 1996 में इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स में डेब्यू करके शतक जमाया था। बाएं हाथ के बल्लेबाज लॉर्ड्स में तब डेब्यू शतक जमाने वाले दुनिया के तीसरे जबकि भारत के पहले बल्लेबाज बने थे। गांगुली ने उस पारी में 301 गेंदों का सामना किया था और 20 चौके की मदद से 131 रन बनाए थे।
गांगुली की ऐतिहासिक उपलब्धि के बाद कोई विदेशी खिलाड़ी आइकॉनिक स्थान पर डेब्यू शतक नहीं जमा सका था। यह कारनामा बुधवार को डेवोन कॉनवे ने करके दिखाया। बड़ी बात यह है कि कॉनवे ने पहले टेस्ट के पहले दिन का खेल समाप्त होने तक 136* रन बनाए थे, जो कि लॉर्ड्स में डेब्यू टेस्ट शतक में सर्वश्रेष्ठ व्यक्तिगत स्कोर भी बना। इससे पहले यह रिकॉर्ड सौरव गांगुली के नाम ही दर्ज था।
डेवोन कॉनवे का कमाल
बता दें कि न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन ने इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। टॉम लैथम (23) और डेवोन कॉनवे (136*) ने 58 रन की साझेदारी करके टीम को शानदार शुरूआत दिलाई। इंग्लैंड की तरफ से डेब्यू करने वाले तेज गेंदबाज ओली रोबिनसन ने लैथम को बोल्ड करके मेजबान टीम को दिन की पहली सफलता दिलाई।
इसके बाद इंग्लैंड के अनुभवी तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन ने न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन (13) को ज्यादा देर क्रीज पर नहीं जमने दिया और बोल्ड करके कीवी टीम को दूसरा झटका दिया। एंडरसन ने टेस्ट में सातवीं बार विलियमसन का शिकार किया।
इसके बाद रोबिनसन ने अनुभवी रॉस टेलर (14) को एलबीडब्ल्यू आउट करके न्यूजीलैंड को तीसरा झटका दिया। मेहमान टीम ने 114 रन पर तीन विकेट गंवा दिए थे। तब एक छोर पर टिके कॉनवे को हेनरी निकोल्स (46*) का साथ मिला। दोनों ने चौथे विकेट के लिए 132 रन की अविजित साझेदारी की। बाएं हाथ के बल्लेबाज कॉनवे ने 240 गेंदों में 16 चौके की मदद से 136* रन बनाए। वहीं निकोल्स ने 149 गेंदों में तीन चौके की मदद से नाबाद 46 रन बनाए। इंग्लैंड की तरफ से ओली रोबिनसन को दो और जेम्स एंडरसन को एक विकेट मिला।