पूर्व भारतीय बल्लेबाज दिलीप वेंगसरकर चाहते हैं कि श्रीलंका दौरे पर गए खिलाड़ी मौके का पूरा फायदा उठाएं और टी20 विश्व कप टीम के लिए अपनी दावेदारी पेश करें।
वेंगसरकर के मुताबिक अगर क्रिकेटर्स ने प्रभावी प्रदर्शन किया तो चयनकर्ताओं को इस साल टी20 विश्व कप के लिए उनके नाम पर विचार करने के लिए बाध्य होना पड़ेगा।
शिखर धवन के नेतृत्व वाली भारतीय टीम श्रीलंका दौरे पर तीन वनडे और तीन टी20 इंटरनेशनल मैच खेलने गई है। टी20 विश्व कप के लिए भारतीय टीम में नजर आने वाले कई प्रमुख खिलाड़ी इस समय इंग्लैंड में हैं।
वेंगसरकर के मुताबिक भले ही श्रीलंका में भारतीय खिलाड़ी पूरे दौरे पर शानदार प्रदर्शन करें। चयनकर्ता जब टी20 विश्व कप के लिए टीम चुनेंगे तो विकल्प के नाम पर कई चीजें खराब कर देंगे।
टी20 विश्व कप में शिखर धवन की जगह पर खतरा मंडरा रहा है क्योंकि केएल राहुल को रोहित शर्मा के साथ तरजीह मिल रही है। युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव भी भारतीय टीम की योजनाओं का हिस्सा नहीं हैं।
हिंदुस्तान टाइम्स से बातचीत करते हुए वेंगसरकर ने कहा, 'मैं चाहता हूं कि सभी लोग प्रदर्शन करें। क्रिकेट पूरी तरह मौके पर निर्भर है और इन सभी युवाओं ने अपने दम पर इसे हासिल किया है। सिर्फ शिखर धवन ही नहीं, रुतुराज गायकवाड़, पृथ्वी शॉ और जो भी सदस्य चुने गए हैं, वो सब दमदार प्रदर्शन करें क्योंकि न सिर्फ ओपनिंग के लिए प्रतिस्पर्धा होगी, लेकिन सभी क्रमों के लिए लड़ाई जोरदार होगी। विकल्प होना हमेशा अच्छा होता है और जो भी बेहतर प्रदर्शन करेगा, मुझे भरोसा है कि उसे मौका मिलेगा।'
शिखर धवन ने श्रीलंका के खिलाफ पहले वनडे में शानदार बल्लेबाजी की और नाबाद 86 रन बनाए। चहल और कुलदीप ने दो-दो विकेट लिए।
हार्दिक पांड्या भारत के लिए बड़ा सकारात्मक: दिलीप वेंगसरकर
श्रीलंका सीरीज में सबसे बड़े सवालों में से एक था कि हार्दिक पांड्या गेंदबाजी करेंगे या नहीं। हार्दिक पांड्या ने सीरीज से पहले नेट्स पर गेंदबाजी का अभ्यास किया। वह कमर की सर्जरी के बाद से गेंदबाजी नहीं कर रहे हैं।
बहरहाल, श्रीलंका के खिलाफ पहले वनडे में हार्दिक पांड्या ने 5 ओवर किए और एक विकेट लिया। दिलीप वेंगसरकर ने कहा, 'जब किसी टीम के पास नंबर-6 पर बहुत अच्छा ऑलराउंडर हो तो होता यह है कि वह अतिरिक्त बल्लेबाज को खिला सकते हैं। वह तीसरे या चौथे गेंदबाजी बदलाव के रूप में गेंदबाजी भी कर सकता है। हार्दिक अच्छा ऑलराउंडर है और वह टीम में अपनी जगह बरकरार रख सका, तो फायदेमंद होगा क्योंकि भारतीय टीम दो स्पिनर्स और दो तेज गेंदबाजों के साथ खेल सकती है और हार्दिक पांड्या मध्यम तेज गति से गेंदबाज का विकल्प बन सकते हैं। कुल मिलाकर तीन गेंदबाज होंगे, जिससे टीम काफी संतुलित दिखेगी।'