भारतीय क्रिकेट टीम ने पिछले 5-6 महीने में क्रिकेट के प्रारूपों में शानदार प्रदर्शन किया है। भारतीय घरेलू क्रिकेट से बड़ी मात्रा में प्रतिभाएं उभरकर आई हैं और अब ऐसा पल आ गया है कि बीसीसीआई एक साथ दो टीमें मैदान पर उतार सकता है। कई युवाओं ने क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में शानदार प्रदर्शन के दम पर भारतीय टीम को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने में मदद की है।
आईपीएल 2020 के समापन के बाद एक बल्लेबाज, जिसने अपने प्रदर्शन में सबसे ज्यादा सुधार दिखाया है, वो हैं ऋषभ पंत। क्रिकेट पंडित इस युवा विकेटकीपर बल्लेबाज की तारीफ करते नहीं थकते, जिन्होंने भारतीय टीम के लिए विशेषकर टेस्ट क्रिकेट में कई मैच विजयी पारियां खेली हैं।
भारतीय टीम के सीनियर विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक ने भी पंत की तारीफ की और कहा कि उनका विरोधी टीम पर प्रभाव वीरेंदर सहवाग और एडम गिलक्रिस्ट जैसा है।
कार्तिक ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत करते हुए कहा, 'पंत टीम में लचीलापन लेकर आए हैं और प्रबंधन के पास जरूरत के हिसाब से अतिरिक्त बल्लेबाज या गेंदबाज को खिलाने का मौका है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि उन्होंने विरोधी टीम के दिमाग में किस तरह भय भरा है। पंत का प्रभाव बिलकुल वैसा है, जैसा वीरेंदर सहवाग और एडम गिलक्रिस्ट का हुआ करता था।'
समय के साथ पंत की विकेटकीपिंग में होगा सुधार: कार्तिक
विदेश में अच्छे रिकॉर्ड को देखते हुए ऋषभ पंत ऐसे बल्लेबाज हैं, जिन पर न्यूजीलैंड के खिलाफ डब्ल्यूटीसी फाइनल और फिर इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में निगाहें रहेंगी। ऋद्धिमान साहा को दुनिया का सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर करार देते हुए कार्तिक ने कहा कि विकेट के पीछे पंत का काम समय के साथ सुधरेगा।
कार्तिक ने कहा, 'उनके पास ऋद्धिमान साहा टीम में है, जो मेरे मुताबिक दुनिया के सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर हैं। साहा हमेशा पंत की मदद करने को तैयार रहते हैं। मुझे पता है कि जब वो ऑस्ट्रेलिया में थे तो पार्थिव पटेल ने भी उनकी मदद की थी।'
पिछले साल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी भारत ने 2-1 से जीती थी। तब पंत ने पांच पारियों में 68.5 की औसत से 274 रन बनाए थे। बाएं हाथ के बल्लेबाज ने अपनी आक्रामक पारियों से ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों पर दबाव बनाया था। चौथे व आखिरी टेस्ट में पंत ने ही विजयी रन का शॉट खेला था।
इसी फॉर्म को पंत ने इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में जारी रखा, जहां उन्होंने 6 पारियों में 54 की औसत से 270 रन बनाए थे।