ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर ब्रैड हॉग का मानना है कि अगर टीम इंडिया को अगले विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में पहुंचने की उम्मीदों को जीवित रखना है तो उसे इंग्लैंड के खिलाफ शानदार शुरूआत करनी होगी।
भारतीय टीम इंग्लिश परिस्थितियों में संघर्ष करती दिखी है और इसी कारण ब्रैड हॉग का मानना है कि मेजबान टीम के खिलाफ सीरीज का महत्व बड़ा है। अगर भारत अच्छी शुरूआत नहीं करेगा तो फाइनल में क्वालीफाई करने के लिए उसे दबाव का सामना करना पड़ेगा और ऐसे में उसकी परेशानी कम नहीं होगी।
अपने यूट्यूब चैनल पर हॉग ने समझाया कि भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज दोनों टीमों के लिए महत्वपूर्ण क्यों है। हॉग ने कहा, 'भारत को 19 मैच खेलना है, जिसमें से डब्ल्यूटीसी फाइनल में पहुंचने के लिए उसे 13 मैचों में जीत की जरूरत है। अपनी घरेलू जमीन पर भारत का सामना विदेशी टीमों से होगा, जहां उसे बड़ा फायदा मिलेगा। मगर विदेश में, इंग्लैंड ऐसी जगह है, जहां बुरे सपने की शुरूआत हो सकती है। अगर इंग्लैंड में भारत ने अच्छी शुरूआत नहीं की तो वह बैकफुट पर चली जाएगी और आगे बढ़ने में बहुत मेहनत करनी होगी।'
भारत के खिलाफ सीरीज इंग्लैंड का भविष्य तय करेगी: हॉग
जहां तक इंग्लैंड का सवाल है, ब्रैड हॉग का मानना है कि उनके लिए दो बड़ी सीरीज हैं। अपने घर में भारत के खिलाफ और दूसरी ऑस्ट्रेलिया जाकर एशेज सीरीज खेलना। हॉग का मानना है कि इंग्लैंड को अपने घर में भारत पर हावी रहना होगा और डब्ल्यूटीसी फाइनल में पहुंचने का दावा पुख्ता करने के लिए ऑस्ट्रेलिया को कम से कम दो टेस्ट में हराना होगा।
हॉग ने कहा, 'इंग्लैंड को भारत के खिलाफ खेलना है और ये ही उनका भविष्य तय करेगा कि दो साल बाद वो डब्ल्यूटीसी फाइनल में खेलेगी या नहीं। अगर इंग्लैंड ने भारत पर दबाव बनाया, पांच में से चार टेस्ट जीते और पांचवां टेस्ट ड्रॉ कराते हुए भारत को जीतने का मौका ही नहीं दिया, तो उनके लिए मंच सज जाएगा। इसके बाद इंग्लैंड को ऑस्ट्रेलिया को उसके घर में कम से कम दो टेस्ट में हराना होगा तभी उसके पास डब्ल्यूटीसी फाइनल में पहुंचने का मजबूत मौका होगा।'
भारत और इंग्लैंड के बीच 4 अगस्त से पांच मैचों की सीरीज का पहला टेस्ट नॉटिघंम में खेला जाएगा।