दुनियाभर के क्रिकेटर्स में टैटू का क्रेज देखने को मिलता है। चाहे भारतीय कप्तान विराट कोहली हो या फिर इंग्लैंड के ऑलराउंडर बेन स्टोक्स। इनके शरीर पर बने टैटू कोई न कोई कहानी बयां करते हैं। इसी प्रकार दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान फाफ डु प्लेसी भी अपने टैटू के कारण काफी लोकप्रिय हैं।
फाफ डु प्लेसी का गठीला शरीर और उनके लुक्स फैंस को बहुत पसंद आते हैं। भारत में गजब की लोकप्रियता हासिल करने वाले फाफ डु प्लेसी के शरीर पर कई टैटू हैं, जो उनकी जिदंगी की विभिन्न कहानियों को समर्पित हैं। उनके हाथ की एक चौथाई हिस्सा जीवन के सभी महत्वपूर्ण घटनाओं की जानकारी देते हैं।
उनके हाथ के किनारे पर एक टैटू में लिखा है, 'डाइस ए डोमिनो XVII I MMXI, जिसका मतलब प्रोटियाज के लिए उनका डेब्यू लॉर्ड्स में हुआ से है।' किनारे पर उनका एक टैटू एडिलेड ओवल की दिशा में इशारा करता है, जहां उन्होंने अपना टेस्ट डेब्यू किया था। उसी में उसकी शादी की तारीखें भी अंकित हैं। इसके ठीक ऊपर 'एगेप' टैटू बना है, जिसका मतलब बिना शर्त प्रेम है।
जहां फाफ डु प्लेसी के टैटू का मतलब क्रिकेटर ने खुद बताया या फिर उनके फैंस ने खोज लिया, कई लोग इस बात का पता नहीं कर सके कि बाएं आंत पर बने फजल टैटू का मतलब क्या है। उर्दू के इस शब्द का मतलब कृपा है। ईश्वर पर विश्वास रखने वाले डु प्लेसी ने अपना ये टैटू बदलाव को समर्पित किया। भगवान की कृपा से उनका जीवन बदला।
सीमित ओवर क्रिकेट पर डु प्लेसी का ध्यान
फाफ डु प्लेसी आखिरी बार आईपीएल-14 में क्रिकेट एक्शन में नजर आए थे। टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले चुके 36 साल के प्लेसी ने स्वीकार किया कि वह अपना पूरा ध्यान सीमित ओवर क्रिकेट में लगाना चाहते हैं क्योंकि आगामी दो सालों में आईसीसी विश्व कप होने हैं।
फाफ डु प्लेसी ने अपने टेस्ट करियर का अंत शानदार अंदाज में किया था। उन्होंने अपनी आखिरी टेस्ट पारी में 199 रन बनाए थे, जो उनके टेस्ट करियर की बेस्ट और मैच विजयी पारी रही। दक्षिण अफ्रीका ने इस सीरीज में श्रीलंका को 2-0 से मात दी थी।
बता दें कि फाफ डु प्लेसी अब पाकिस्तान सुपर लीग के दूसरे चरण में खेलते हुए नजर आएंगे। वह पीएसएल 2021 में क्वेटा ग्लेडिएटर्स का प्रतिनिधित्व करेंगे।