मैदान के अंदर और बाहर अपने साहसी और निडर व्यक्तित्व के लिए जाने जाने वाले पूर्व भारतीय खिलाड़ी गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) भी एक बार काफी डर गए थे और ये हम नहीं बल्कि उन्होंने खुद कबूल किया है। गंभीर ने अपने करियर से जुड़े एक महत्वपूर्ण किस्से को साझा करते हुए बताया है कि उन्हें कब अपने पूरे करियर में रन बनाने का दबाव महसूस हुआ था।
इस बाएं हाथ के पूर्व वरिष्ठ खिलाड़ी ने बताया है कि साल 2014 के आईपीएल सीजन में उन्होंने ये दबाव तब महसूस किया था जब वे उस सीजन केकेआर से खेलते हुए लगातार 3 बार शून्य के स्कोर पर आउट हो गए थे।
गंभीर ने अपने आईपीएल करियर में साल 2008 से लेकर 2018 तक कुल 154 मैच खेले हैं जहां उन्होंने 31.24 की औसत और 123.88 की स्ट्राइक रेट से 4217 रन बनाए हैं।
मैं काफी दबाव में था और घबराया हुआ था - गौतम गंभीर
रेवस्पोर्ट्ज से बात करते हुए गंभीर ने उस घटना का वर्णन किया और कहा,
एक ही बार ऐसा हुआ जब मैंने दबाव महसूस किया और वो था साल 2014 में जब मैं कप्तान के तौर पर दुबई में लगातार 3 शून्य के स्कोर पर आउट हो गया था। चौथे मैच में मैंने मनीष पांडे को ओपन करने के लिए बोला और खुद 3 नंबर पर खेलने आया। उस वक्त मनीष रन बना रहा था, और मैंने ये इसलिए भी किया क्योंकि मैं डरा हुआ था। और मुझे कोई हिचकिचाहट नहीं है ये मानने में कि मैं खुद पर शर्मिंदा था। हालांकि, मनीष बिना स्कोर किए आउट हो गए और मैं 1 रन पर आउट हुआ। मैंने मनीष से कहा कि मैं फिर कभी ऐसा नहीं करूंगा, और मैंने तय किया कि मैं चीजों का सीधा सामना करूंगा।
दो बार के IPL विजेता कप्तान गंभीर ने आगे बताया कि उन्हें उस दौरान कैसा महसूस हो रहा था। गंभीर ने कहा,
मैं दबाव महसूस कर रहा था। मुझे घबराहट हो रही थी। लेकिन यही मानसिक शक्ति और साहस होती है। आपको सबसे कठिन चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। हमारे अगले मैच में, मैंने ओपनिंग बल्लेबाजी किया और केन रिचर्डसन के पहले गेंद को चार के लिए मारा। शायद मेरे आईपीएल के करियर का वह सबसे महत्वपूर्ण चार था। तब फिर चीजें बदल गई।