पूर्व भारतीय क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या को श्रीलंका के खिलाफ हाल ही में संपन्न वनडे सीरीज में सबसे बड़ी निराशा करार दिया है।
हार्दिक पांड्या ने श्रीलंका के खिलाफ तीनों वनडे मैच खेले। उन्हें दो मौकों पर बल्लेबाजी करने का मौका मिला, जिसमें क्रमश: 0 और 19 रन बनाए। इसके अलावा गेंदबाजी में उन्होंने दो विकेट चटकाए।
अपने यूट्यूब चैनल पर बातचीत करते हुए आकाश चोपड़ा ने स्वीकार किया कि वनडे सीरीज में हार्दिक पांड्या का प्रदर्शन निराश करने वाला था।
बड़ौदा के ऑलराउंडर के बारे में बातचीत करते हुए चोपड़ा ने कहा, 'हार्दिक पांड्या के लिए मुश्किल सीरीज रही। वह दूसरे वनडे में बिना खाता खोले आउट हुए और तीसरे वनडे में 19 रन बना पाए। इसके अलावा तेज गेंदबाजी में भी वो कमाल नहीं कर सके। तो, श्रीलंका के खिलाफ इस वनडे सीरीज में हार्दिक पांड्या के प्रदर्शन ने थोड़ा निराश जरूर किया। जब हार्दिक पांड्या के आउट होने के बाद नितीश राणा बल्लेबाजी करने आए तब तक भारतीय टीम पर बहुत दबाव बन गया था।'
इस सीरीज से पहले इस विषय पर काफी बातचीत हुई थी कि हार्दिक पांड्या सीरीज में गेंदबाजी करते हैं या नहीं। 27 साल के हार्दिक पांड्या ने तीन मैचों में 14 ओवर गेंदबाजी की। वैसे, कमर की सर्जरी के बाद से उन्होंने ज्यादा गेंदबाजी नहीं की।
मैं अपने बुरे दिनों का जश्न मनाना पसंद करता हूं: हार्दिक पांड्या
फॉर्म में गिरावट के बावजूद हार्दिक पांड्या सकारात्मक हैं। उन्होंने कहा कि वह अपने खराब प्रदर्शन से सीखते हैं और बुरे दिनों का जश्न मनाना पसंद करते हैं।
हार्दिक पांड्या ने कहा, 'मैं समझता हूं कि जिंदगी में आपको आगे बढ़ते रहना होता है। क्रिकेटर और व्यक्ति के रूप में आपको प्रगति करने की जरूरत होती है। मेरी प्रक्रिया मानव होने के नाते प्रगति करने की है। आप गलती करते हो, फेल होते हो, लेकिन मैं अपने फेल होने का जश्न मनाता हूं। मुझे अपने खराब दिनों का जश्न मनाना पसंद है। यह खेल का हिस्सा है और यह आपको बहुत चीजें सिखाता है। मुझे बुरे याद रखना अच्छा लगता है। मैं 100 प्रतिशत फिट हूं। जितना ज्यादा खेलूंगा, उतना बेहतर खिलाड़ी बनता जाऊंगा।'
हार्दिक पांड्या ने इसके अलावा मौजूदा भारतीय टीम के बारे में बात करते हुए कहा कि भारत दो और टीम चुन सकता है, जो दुनिया में कहीं भी प्रतियोगिता जीत सकती है। उन्होंने कहा, 'भारतीय क्रिकेट टीम के पास फिलहाल जिस तरह की प्रतिभा है, मेरे ख्याल से हम दो और टीमें चुन सकते हैं और दुनिया में कोई भी टूर्नामेंट जीत सकते हैं।'