भारतीय टीम (India Cricket team) के पूर्व कप्तान एमएस धोनी (MS Dhoni) को युवाओं को परिपक्व बनाने के लिए जाना जाता है। धोनी को खिलाड़ी से उसका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन निकालने के लिए जाना जाता है। विराट कोहली (Virat Kohli) और रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ऐसे उदाहरण है, जिन्होंने पिछले दशक में भारत के लिए शानदार प्रदर्शन किया और विश्व स्तरीय खिलाड़ी बने।
धोनी की ही कप्तानी में हार्दिक पांड्या ने 2016 में डेब्यू किया था। हार्दिक पांड्या ने बताया कि उनके इंटरनेशनल करियर के शुरूआती दिनों में कैसे एमएस धोनी ने विश्वास भरा था।
आईपीएल 2022 में गुजरात टाइटंस को अपनी कप्तानी में खिताब दिलाने वाले हार्दिक पांड्या की भारतीय टीम में वापसी हुई है। पांड्या कमर की चोट से उबरे और आईपीएल 2022 में बल्ले से शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने फाइनल में गेंद से भी अपना जलवा बिखेरा। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ आगामी टी20 इंटरनेशनल सीरीज में हार्दिक पांड्या एक्शन में नजर आएंगे।
हार्दिक पांड्या ने बताया कि जब वो पहली बार भारतीय टीम में आए तब कई स्थापित स्टार टीम का हिस्सा थे। उन्होंने अपना डेब्यू याद किया, जहां पहले ही ओवर में 19 रन खर्च कर दिए थे। पांड्या ने कहा कि उन्हें नहीं लगा था कि धोनी दूसरा ओवर देंगे, लेकिन कप्तान ने गेंदबाज का समर्थन किया और हार्दिक ने तीन ओवर में 37 रन देकर दो विकेट लिए।
हार्दिक पांड्या ने एसजीटीवी पॉडकास्ट पर बातचीत करते हुए कहा, 'जब मैं भारतीय टीम से जुड़ा तो उन खिलाड़ियों को देखा, जिन्हें देखकर मैं बड़ा हुआ- सुरेश रैना, हरभजन सिंह, युवराज सिंह, एमएस धोनी, विराट कोहली, आशीष नेहरा। मेरे भारत के लिए खेलने से पहले ही ये स्टार थे। मैं जब वहां पहुंचा तो मेरे लिए बड़ी बात थी।'
बड़ौदा के ऑलराउंडर ने आगे कहा, 'तो जिस तरह का डेब्यू मेरा हुआ- मुझे लगा कि मैं पहला क्रिकेटर हूं, जिसने पहले ओवर में 19 रन दिए। मुझे महसूस हुआ कि ठीक है, यह शायद मेरा आखिरी ओवर हो सकता है। मगर मैं बहुत भाग्यशाली हूं कि माही भाई की कप्तानी में खेला, जिन्होंने हम पर काफी भरोसा जताया, जिससे हमें शीर्ष स्तर तक पहुंचने में मदद मिली।'
हार्दिक पांड्या ने बताया कि एमएस धोनी के शब्दों ने उनके अंदर का विश्वास बढ़ाया और उन्हें भरोसा हो गया था कि वो विश्व कप टीम का हिस्सा होंगे।
28 साल के ऑलराउंडर ने कहा, 'मेरे इंटरनेशनल करियर के तीसरे मैच के बाद माही भाई ने मुझे कहा कि आप विश्व कप टीम में होंगे। तो मेरे लिए तीसरे मैच के बाद यह जान लेना कि विश्व कप टीम में रहूंगा। मैंने उस मैच में बल्लेबाजी भी नहीं की थी, लेकिन उन्होंने मुझे सुनिश्चित कराया कि अपने आप को अभिव्यक्त करना होगा। हां, सपना सच हुआ।'