न्यूजीलैंड के ओपनर डेवोन कॉनवे ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में धमाकेदार एंट्री की। इस साल इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट डेब्यू करने वाले कॉनवे ने अपनी पहली ही पारी में दोहरा शतक जड़ दिया था। 29 साल के बल्लेबाज टेस्ट डेब्यू में दोहरा शतक जमाने वाले दुनिया के छठे बल्लेबाज बने। बाएं हाथ के बल्लेबाज ने 347 गेंदों में 200 रन बनाए थे।
कॉनवे ने अगले मैच में भी अपना जलवा कायम रखा और 80 रन की उम्दा पारी खेली। दक्षिण अफ्रीका में जन्में डेवोन कॉनवे 2017 में न्यूजीलैंड आए और वेलिंगटन की तरफ से उन्हें अनुबंध मिला। वह उस साल प्लंकेट शील्ड में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बने थे।
इसके बाद डब्ल्यूटीसी फाइनल में कॉनवे ने शानदार 54 रन की पारी खेली। बाएं हाथ के बल्लेबाज डब्ल्यूटीसी में अपना पहला मैच खेल रहे हैं, लेकिन उन्होंने दिखाया कि चाहे परिस्थिति कैसी भी हो, वो क्रीज पर जमकर रन बनाने की क्षमता रखते हैं।
कॉनवे के वेलिंगटन के कोच ग्लेन पोकनाल ने कीवी ओपनर के बारे में अपनी राय प्रकट की है। पोकनाल ने खुलासा किया कि कॉनवे में अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान लगाने की क्षमता है और वो उन सभी भटकाव को किनारे कर देते हैं, जिससे बल्लेबाजी पर फर्क पड़े।
स्थिति के मुताबिक बल्लेबाजी में बदलाव करते हैं कॉनवे: पोकनाल
पोकनाल ने कहा कि डेवोन कॉनवे में उन्हें भारतीय ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा की झलक दिखी। उन्होंने कहा, 'कॉनवे में बल्लेबाजी करने की शानदार क्षमता है कि वह किसी भी भटकाव पर ध्यान नहीं देते हैं, जिससे उनकी शैली पर असर पड़े'
कॉनवे के वेलिंगटन के कोच ग्लेन पोकनाल ने टाइम्स ऑफ इंडिया डॉट कॉम से बातचीत में कहा, 'कॉनवे ने वेलिंगटन में विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में शुरूआत की। मुझे कॉनवे में जडेजा की झलक दिखी। असल में मैं जडेजा कह रहा हूं, लेकिन अब इस पर भरोसा नहीं है।'
ग्लेन ने बताया कि कॉनवे स्थिति के हिसाब से अपनी बल्लेबाजी में बदलाव करते हैं और उनकी मानसिकता काफी मजबूत है। पोकनाल ने कहा, 'उन्होंने दिखाया कि किसी भी स्थिति में खुद को ढालकर खेल सकते हैं। उनकी मानसिक दृढ़ता कमाल की है। वह अपनी खुद की स्टाइल बना रहे हैं और खिलाड़ी के रूप में उनमें अनोखापन आ रहा है।'