अहमदाबाद में हाल ही में हुई आईसीसी (ICC) की बैठक में स्टॉप क्लॉक की मंजूरी मिली थी। अब आईसीसी इस नए नियम का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में ट्रायल करना चाहती है। वेस्टइंडीज (West Indies Cricket Team) और इंग्लैंड (England Cricket Team) के बीच 12 दिसंबर से शुरू हो रही टी20 इंटरनेशनल सीरीज को स्टॉप क्लॉक के ट्रायल के लिए चुना गया है।
आईसीसी ने अपनी प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि ट्रायल चरण दिसंबर 2023 से अप्रैल 2024 के बीच करीब 59 मैचों में चलेगा। इस दौरान अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में खेल की गति को बढ़ाने के मौजूदा प्रयास पर जोर दिया जाएगा।
नई खेलने की स्थिति के मुताबिक गेंदबाजी टीम को एक ओवर पूरा होने के बाद अगले ओवर की पहली गेंद डालने के लिए 60 सेकंड के अंदर तैयार होना पड़ेगा। अगर गेंदबाजी टीम दो चेतावनी के बाद ऐसा करने में नाकाम रहती है तो उन पर पांच रन की पेनल्टी लगेगी।
आईसीसी के महाप्रबंधक वसीम खान ने कहा, 'हम लगातार अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में खेल की गति को बढ़ाने पर ध्यान दे रहे हैं। 2022 में नई खेलने की परिस्थिति के सफल परिचय के बाद सीमित ओवर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में स्टॉप क्लॉक ट्रायल को लागू किया जा रहा है। नई प्लेइंग कंडीशन का परिणाम यह रहा कि अगर फील्डिंग टीम समय पर अपने आखिरी ओवर की पहली गेंद डालने की स्थिति में नहीं होती है तो फिर वो बाउंड्री पर केवल चार खिलाड़ियों को तैनात कर सकती है। स्टॉप क्लॉक ट्रायल के परिणाम का मूल्यांकन ट्रायल अवधि के अंत के बाद किया जाएगा।'
याद दिला दें कि वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के बीच पांच टी20 इंटरनेशनल मैचों की सीरीज का आयोजन होगा। इससे पहले दोनों देशों के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज खेली गई, जिसे कैरेबियाई टीम ने 2-1 से अपने नाम किया। वेस्टइंडीज को टी20 इंटरनेशनल सीरीज में मजबूती मिलेगी क्योंकि उसके दिग्गज ऑलराउंडर आंद्रे रसेल की दो साल बाद वापसी हुई है।