भारत के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में इंग्लैंड को मिली 4-1 के शिकस्त के बाद से इंग्लिश टीम सवालों के घेरे में है। टीम के इतने खराब प्रदर्शन को लेकर कप्तानी, बल्लेबाजी और गेंदबाजी हर डिपार्टमेंट की आलोचना हो रही है। इन्हीं आलोचनाओं के बीच पूर्व इंग्लिश दिग्गज ज्योफ्री बॉयकॉट (Geoffrey Boycott) ने इंग्लैंड की गेंदबाजी को लताड़ लगाते हुए कहा कि इंग्लैंड की टीम भाग्यशाली रही कि विराट कोहली (Virat Kohli) और केएल राहुल (KL Rahul) इस सीरीज में पूरी तरह से उपलब्ध नहीं थे।
बॉयकॉट ने इंग्लैंड की गेंदबाजी की आलोचना करते हुए टेलीग्रॉफ के अपने कॉलम में लिखा कि ‘इंग्लैंड की यह गेंदबाजी लाइनअप किसी को नहीं डरा सकती है। टॉम हार्टली और शोएब बशीर के रूप में दो युवा बच्चे जिन्होंने फिरकी गेंदबाज के रूप में प्रथम श्रेणी क्रिकेट में गेंदबाजी नहीं की है। मार्क वुड के एक बिना प्रभाव वाले तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन के रूप में एक महान तेज गेंदबाज जिनका उपयोग बहुत कम किया गया क्योंकि वह अपने करियर के आखिरी मोड़ पर हैं और ऑलराउंडर बेन स्टोक्स आखिरी टेस्ट में गेंदबाजी करने आए। ऐसे में कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि टीम 4-1 से सीरीज हारी।’
ज्योफ्री बॉयकॉट ने आगे कहा कि ‘भारत के अनुभवहीन बच्चे कभी भी अनुभवी भारतीय फिरकी गेंदबाजों को मात नहीं दे पाएंगे। इंग्लैंड भाग्यशाली था कि विराट कोहली पूरी सीरीज के लिए उपलब्ध नहीं थे और केएल राहुल ने केवल एक टेस्ट मैच खेला।’ बॉयकॉट के बातों से साफ है कि वह इंग्लैंड टीम की गेंदबाजी से काफी निराश हैं। अपने इसी कॉलम में बॉयकॉट ने इंग्लैंड टीम को खास सलाह देते हुए उन्हें महान तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन से भी आगे बढ़ने की सलाह दी है।
आपको बता दें कि इंग्लैंड के गेंदबाजी खेमे से युवा फिरकी गेंदबाज टॉम हार्टली और शोएब बशीर ही दो गेंदबाज थे जिनके सामने भारतीय बल्लेबाज थोड़े परेशान नजर आए थे। इनके अलावा इंग्लैंड के सभी तेज गेंदबाज पूरी सीरीज में बेअसर नजर आए थे।