इंग्लैंड के खिलाफ राजकोट में हो रहे तीसरे टेस्ट मैच में इतिहास रचते हुए भारत के स्टार दिग्गज फिरकी गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) ने अपने टेस्ट करियर में 500 विकेट का मुकाम हासिल कर लिया। अश्विन ने इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज जैक क्रॉली (Zak Crawley) को रजत पाटीदार के हाथों कैच करवाते ही यह खास उपलब्धि हासिल की थी। अश्विन अब दुनिया के नौवें गेंदबाज बन गए हैं, जिन्होंने टेस्ट में 500 विकेट हासिल किए हैं। इस खास मुकाम को पाने के बाद दिग्गज गेंदबाज भावुक नजर आए। उन्होंने अपनी कामयाबी का श्रेय अपने पिता को दिया।
राजकोट टेस्ट में 500 टेस्ट विकेट पूरे करने के बाद अश्विन ने कहा कि ‘यह काफी लंबा सफर रहा। मैं अपना 500वां विकेट अपने पिता को समर्पित करता हूं। जिदंगी में चाहे कैसे भी दौर आए हो मेरे पिता हमेशा मेरे साथ खड़े रहे। मैं अपने पिता के बदौलत ही जिदंगी में आज तक इतना कुछ हासिल कर पाया हूं। उन्होंने हमेशा मेरा साथ दिया है। मेरे पिता जी की तबियत खराब है फिर भी वह मुझे गेंदबाजी करते हुए जरूर देखते हैं।’
अश्विन ने मुकाबले के बारे में बात करते हुए कहा कि, ‘500 विकेट पूरे हो गए हैं। इंग्लैंड जिस तरह से खेल रहा है ऐसे में आपको ज्यादा ओवर डालने नहीं होते। वह अटैकिंग क्रिकेट खेल रहे हैं। लेकिन मुझे लगता है कि इस पिच पर आगे चलकर बल्लेबाजी करना काफी मुश्किल होगा। पांचवें दिन तो बहुत ही ज्यादा कठिन होगा। गेम अभी बराबरी पर है और किसी भी तरफ जा सकता है। हम सुबह वापसी करने की कोशिश करेंगे।’
अश्विन के बयान से साफ है कि भारत को मैच के तीसरे दिन इंग्लैंड को जल्द से जल्द समेटना होगा। दरअसल, दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक इंग्लैंड ने 2 विकेट के नुकसान पर 207 रन बना लिए हैं। इंग्लैंड की ओर से सलामी बल्लेबाज बेन डकेट ने बल्ले से तूफान मचाते हुए 118 गेंदों पर 21 चौके और 2 छक्कों की मदद से 133 रन बनाकर नाबाद हैं। भारत को मैच में वापसी करनी है तो तीसरे दिन डकेट को जल्द से जल्द आउट करना होगा।