भारतीय टीम के स्टार अनुभवी फिरकी गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) ने राजकोट में इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट मैच में इतिहास रचते हुए अपने टेस्ट करियर में 500 विकेट पूरे कर लिए हैं। अश्विन ने यह खास उपलब्धि अपने 98वें मैच में हासिल की। दिग्गज गेंदबाज के 500वें टेस्ट शिकार इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज जैक क्रॉली बने। अश्विन के 500 विकेट पूरे होने पर बीसीसीआई ने शानदार सफर के पांच खास लम्हों के बारे में बताया है।
आर अश्विन का टेस्ट करियर अब तक काफी कमाल का रहा है। आज उनके 500 विकेट लेने की उपलब्धि पर उनके पहले, 100वें, 200वें, 300वें,400वे और 500वें विकेट पर किन बल्लेबाजों के विकेट गिरे हैं वह जानकारी बीसीसीआई ने ट्वीट के जरिये प्रदान की है। अश्विन ने अपने टेस्ट करियर का आगाज 6 नवंबर 2011 को वेस्टइंडीज के खिलाफ दिल्ली में किया था। उनके टेस्ट करियर का पहला विकेट वेस्टइंडीज के दिग्गज बल्लेबाज डैरेन ब्रावो थे। इसके बाद इस दिग्गज गेंदबाज के टेस्ट करियर के 100वें शिकार वेस्टइंडीज के दिग्गज ऑलराउंडर डैरेन सैमी बने थे। अश्विन ने अपना 200वां शिकार न्यूजीलैंड के दिग्गज बल्लेबाज केन विलियमसन को बनाया था।
आर अश्विन ने टेस्ट में विकेट का तिहरा शतक लहिरू गमागे का विकेट लेकर पूरे किया था। इसके बाद 400वें विकेट के रूप में उन्होंने इंग्लैंड के खिलाड़ी जोफ्रा आर्चर को पवेलियन की राह दिखाई थी। इन सभी के बाद अश्विन के 500वें शिकार जैक क्रॉली बने।
अश्विन का इस मुकाम को हासिल करना इतना आसान नहीं रहा। उन्होंने इसके लिए अपने करियर में कड़ी मेहनत की। अश्विन ने अपने करियर में कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। वह अपनी गेंदों में आए दिन कुछ न कुछ नया करते गए और सफलता उनके कदम चूमते गई। आर अश्विन लंबे समय से भारतीय टीम के फिरकी गेंदबाजी को सामने से लीड करते रहे हैं। वह अपनी गेंदबाजी के साथ-साथ युवाओं को भी हमेशा कुछ नया और गेंदबाजी में सुधार लाने के लिए सीख देते रहते हैं।