भारत (Indian Cricket Team) की युवा टीम ने विराट कोहली के नेतृत्व में साल 2008 में हुए आईसीसी अंडर 19 विश्व कप में खिताब जीता था। उस टूर्नामेंट में भारतीय टीम का अहम हिस्सा रहे सौरभ तिवारी (Saurabh Tiwary) ने आज क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास की घोषणा कर दी है। रणजी ट्रॉफी के अपनी टीम के अंतिम मुकाबले में सौरभ तिवारी 15 फरवरी को खेलते हुए नजर आयेंगे। झारखंड से खेलने वाले इस अनुभवी बल्लेबाज ने भारत के लिए 3 वनडे मुकाबले खेले हैं।
साल 2010 में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विशाखापट्टनम के मैदान पर अपने डेब्यू किया था। उसके बाद उन्होंने 2 मुकाबले न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले थे लेकिन केवल 3 अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में हिस्सा लेने के बाद सौरभ तिवारी को कभी इंडियन टीम में जगह नहीं मिली।
सौरभ तिवारी ने अपने करियर पर विराम लगाते हुए कहा कि, 'अपने क्रिकेट करियर को विदा कहना थोड़ा मुश्किल हो रहा है लेकिन अलविदा कहने का यह सही समय है। मुझे लगता है जब आपकी जगह राष्ट्रीय टीम और आईपीएल टीम में नहीं है तो राज्य टीम में भी किसी युवा खिलाड़ी को अपनी जगह देनी चाहिए। ऐसा नहीं है कि मैं अपने आंकड़ों के चलते क्रिकेट छोड़ रहा हूँ क्योंकि पिछले रणजी सीजन में मेरा प्रदर्शन अच्छा रहा था।'
भारतीय टीम से ड्रॉप होने के बाद सौरभ तिवारी लगातार घरेलू क्रिकेट में खेलते रहे जबकि आईपीएल में भी उन्होंने कई टीमों के लिए क्रिकेट खेला। उन्हें आईपीएल के पहले सीजन में मुंबई इंडियंस टीम ने खरीदा। साल 2010 में उन्होंने मुंबई के लिए एक सीजन 419 रन बनाये जिसके चलते उन्हें राष्ट्रीय टीम की तरफ से खेलने का भी मौका मिला था।
सौरभ तिवारी का आईपीएल करियर भी उतार चढ़ाव वाला रह।ा साल 2011 में उन्हें रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम ने शामिल किया था। उसके बाद दिल्ली डेयरडेविल्स और राइजिंग पुणे सुपर जायन्ट्स ने अपनी टीम के साथ जोड़ा। लेकिन फिर एक बार मुंबई इंडियंस ने उनकी तरफ रुख किया और उन्होंने अपने आईपीएल करियर का अंत मुंबई इंडियंस टीम के साथ साल 2021 में किया। सौरभ तिवारी ने 93 आईपीएल मुकाबलों में 1494 रन बनाये हैं।