पाकिस्तान के बल्लेबाज इमाम उल हक का मानना है कि भारत की तुलना में कम पैसा मिलना एक कारण है कि उनके देश के युवा क्रिकेटर मैदान पर जाकर खुद को अभिव्यक्त नहीं कर पाते हैं।
इंडियन प्रीमियर लीग के समान पाकिस्तान की अपनी टी20 लीग पाकिस्तान सुपर लीग है। हालांकि, इमाम उल हक के मुताबिक खिलाड़ियों को ज्यादा पैसा नहीं मिलता, चाहे वो घरेलू क्रिकेट खेलें या फिर फ्रेंचाइजी क्रिकेट। क्रिकास्ट यूट्यूब चैनल पर बातचीत करते हुए इमाम उल हक ने क्रिकेटर्स के लिए आर्थिक सुरक्षा के मामले में खुलकर बातचीत की।
इमाम उल हक ने कहा, 'क्रिकेटर के लिए पैसा काफी मायने रखता है। अच्छा पैसा मिलने से क्रिकेटर में काफी विश्वास बढ़ता है। जब आपको पता है कि आर्थिक रूप से आप मजबूत हैं, तो आप मानसिक रूप से राहत में रहते हैं। दुर्भाग्यवश जहां भारत में ऐसा मामला है, वैसा हमारे यहां नहीं। जब खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट या पीएसएल से चयनित होता है तो वो चिंतित जरूर होता है। उसे डर होता है कि अगर वह कुछ मैचों में प्रदर्शन नहीं कर पाया, तो उसे बाहर कर दिया जाएगा या दोबारा कभी पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व करने का मौका नहीं मिलेगा।'
उन्होंने आगे कहा, 'यही वजह है कि हमारे खिलाड़ी एक शेल में चले जाते हैं और नए खिलाड़ी संघर्ष करते हैं। खिलाड़ियों को इससे बाहर आने की जरूरत है। उसी समय हमें अतिरिक्त सुरक्षा देने की जरूरत भी ह। हम अधिकांश सवाल करते हैं कि हम इतना अप्रत्याशित क्यों हैं, ऐसा इसलिए क्योंकि हमारी टीम अप्रत्याशित है। हम लगातार बदलाव करते हैं। निरंतर होने के लिए हमारी टीम को निरंतर रहने की जरूरत है। अगर आप शीर्ष क्रम हर तीसरे मैच के बाद बदलेगा तो आप कैसे उम्मीद कर सकते हैं कि नियमित रूप से 350 रन के लक्ष्य का पीछा कर सकते हैं।'
25 साल के बल्लेबाज ने खुलासा किया कि उन्होंने इयोन मोर्गन और विराट कोहली जैसे दिग्गजों से बात करके जानने की कोशिश की थी कि उनकी टीम इतनी सफल क्यों हैं और कैसे वह निरंतरता बरकरार रखते हैं।
इमाम उल हक ने बताया कि उन्हें जवाब मिला कि खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा दिखाने का पर्याप्त मौका देना पड़ता है। उन्होंने कहा, 'मैंने विराट कोहली और इयोन मोर्गन से बातचीत की, जो सफेद गेंद क्रिकेट में दो सबसे सफल कप्तानों में से एक हैं। मुझे उनसे सुनने को मिला कि उनके खिलाड़ियों को अपने आप को साबित करने का पूरा मौका मिलता है। मेरे ख्याल से हम यहां पिछड़ रहे हैं। मेरे ख्याल से अगर वो निरंतरता हासिल करते हैं तो बेहतर नतीजे मिलेंगे। दक्षिण अफ्रीका में हम 330 रन के लक्ष्य का पीछा करने में कामयाब रहे क्योंकि कुछ समय से टीम एक जैसी थी।'
आईपीएल ने भारतीय क्रिकेट में बड़ा फर्क पैदा किया: इमाम उल हक
अन्य कई क्रिकेटर्स के समान इमाम उल हक का भी मानना है कि आईपीएल ने भारत के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में बढ़ने में अहम भूमिका निभाई है।
इमाम उल हक ने कहा, 'भारत में आईपीएल ने बड़ा फर्क बना दिया है। बल्लेबाज को इंटरनेशनल क्रिकेट में उन्हीं गेंदबाजों का सामना करना पड़ता है, जिनका सामना वो आईपीएल में कर चुके हैं। ऐसे में वह बेहतर प्रदर्शन कर पाते हैं। तो जब आप इंटरनेशनल क्रिकेट में इन गेंदबाजों का सामना करते हैं तो मानसिक बाधा कम होती है। पाकिस्तान के लिए खिलाड़ी को सीधे घरेलू क्रिकेट से राष्ट्रीय टीम में मौका मिलता है तो उसके लिए तुरंत समायोजित करना आसान नहीं।'