रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (Royal Challengers Bangalore) के स्टार बल्लेबाज एबी डीविलियर्स ने रविवार को कोलकाता नाइटराइडर्स (Kolkata Knight Riders) के खिलाफ ग्लेन मैक्सवेल के साथ अपनी साझेदारी के बारे में बात करते हुए कहा कि थके हुए ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज को गुस्सा आ गया था क्योंकि उन्हें ज्यादा दो या तीन रन लेना पड़ रहे थे। एबी डीविलियर्स और ग्लेन मैक्सवेल आरसीबी की केकेआर पर 38 रन की जीत के प्रमुख भाग थे। जहां ग्लेन मैक्सवेल ने आरसीबी की पारी को खराब शुरूआत से उबारा और 78 रन बनाए। वहीं एबी डीविलियर्स ने फाइनल टच देते हुए नाबाद 76 रन बनाए।
दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज ने मैच के बाद युजवेंद्र चहल से बातचीत करते हुए कहा कि कैसे थके हुए ग्लेन मैक्सवेल विकेट के बीच दौड़ने को लेकर एबी डीविलियर्स से बिलकुल प्रभावित नहीं थे। एबी डीविलियर्स ने खुलासा किया, 'जब मैं क्रीज पर आया, तो मुझे एहसास हुआ कि ग्लेन मैक्सवेल बहुत थके हुए हैं। उन्होंने मुझे कहा कि वह ज्यादा नहीं दौड़ना चाहते। मैं दो रन और तीन रन दौड़कर शुरूआत की। तो वह मुझ पर बहुत गुस्सा हुए।'
एबी डीविलियर्स पारी के 12वें ओवर में ग्लेन मैक्सवेल का साथ देने क्रीज पर आए। तब आरसीबी का स्कोर 95/3 था। ग्लेन मैक्सवेल तब 60* रन बनाकर खेल रहे थे। इन दोनों बल्लेबाजों ने बहुत जल्दी 53 रन की साझेदारी कर डाली। एबी डीविलियर्स ने स्वीकार किया कि उन्हें ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज के साथ खेलकर मजा आया और साथ ही बताया कि दोनों ने मिडिल ओवर में हमला करने की क्या योजना बनाई थी।
एबीडी ने कहा, 'ईमानदार से कहूं तो हम एक-दूसरे के साथ खेलने का आनंद उठा रहे थे। हम एक जैसे खिलाड़ी हैं और काफी ऊर्जावान भी। हम टीम के लिए खेल पर प्रभाव बनाना पसंद करते हैं। जब मैं बल्लेबाजी करने आया तो इतनी ही बात हुई कि साझेदारी करना है। मैक्सवेल ने मुझे कहा कि विकेट खराब नहीं है। पिछले कुछ मैचों की तुलना में यह 20 प्रतिशत अच्छा है। इसलिए मुझे समझ आया कि हमें एक साझेदारी की जरूरत है।'
एबी डीविलियर्स ने ये भी खुलासा किया
एबी डीविलियर्स के पास रविवार को अपनी आंखें जमाने का समय था। 37 साल के एबीडी ने केकेआर गेंदबाजों पर प्रहार करने से पहले खुद को क्रीज पर जमा लिया था। उन्होंने अपनी पारी की शुरूआत दो और तीन रन लेकर की और 9 गेदों में 12 रन बना लिए थे। फिर एबीडी ने गियर बदले और मैदान के हर कोने में गेंद को पहुंचाया।
एबीडी ने कहा, 'यह सब स्थिति पर निर्भर करता है। मेरे सामने अच्छा प्लेटफॉर्म तैयार था। मेरी शुरूआत भी अच्छी रही। फिर लेग स्पिनर वरुण चक्रवर्ती सामने आए तो मुझे एहसास हुआ कि वो थोड़ी डिफेंसिव गेंदबाजी करेगा। यह वो पल था, जहां से मैंने आक्रामक रुख अख्तियार किया और गेंदबाजों को दिखाया कि मैं शॉट मारने का जोखिम उठाने जा रहा हूं। मैंने चांस लिया और संदेश भेजा कि अब लेंथ गेंदों पर भी शॉट जमाऊंगा।'