आईपीएल 2022 (IPL 2022) के 13वें मैच में आरसीबी (RCB) के खिलाफ राजस्थान रॉयल्स (RR) को भले ही हार का सामना करना पड़ा हो लेकिन टीम के बल्लेबाज जोस बटलर (Jos Buttler) ने एक मुश्किल पिच पर टिककर बल्लेबाजी की। बटलर की पारी को लेकर पूर्व भारतीय खिलाड़ी आकाश चोपड़ा ने भी प्रतिक्रिया दी और उन्होंने विकेट न गंवाने के लिए इस बल्लेबाज की प्रशंसा की।
जोस बटलर शुरुआत में अपनी पारी के दौरान काफी जूझते दिखे और उन्हें रन बनाने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ रहा था। इसी वजह से उन्होंने 42 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया था लेकिन अंत में तेजी से बल्लेबाजी की, जिसकी मदद से 47 गेंदों में नाबाद 70 रन बनाये। उनकी पारी की मदद से राजस्थान ने 170 रनों का लक्ष्य रखा, जिसे आरसीबी ने पांच गेंद शेष रहते छह विकेट खोकर हासिल कर लिया।
अपने यूट्यूब चैनल पर राजस्थान रॉयल्स के बल्लेबाजी प्रदर्शन का रिव्यु करते हुए आकाश चोपड़ा ने बटलर की पारी को सभी के लिए एक सीख बताया। उन्होंने कहा,
उनको (बटलर) लंबा समय लगा लेकिन वह खड़े रहे। कुछ कैच छूटे, बेशक एक आसान था, लेकिन वह अंत तक खड़े रहे, शायद खराब लगे लेकिन मुझे अंत तक रहने दो, मुझे देखने दो आखिर में क्या होता है। उन्होंने हम सभी को बहुत बड़ी सीख दी।
पूर्व खिलाड़ी ने यह भी कहा कि बटलर की पारी से पता चलता है कि हर बल्लेबाज को अगले मैच में फिर से शुरुआत करनी होती है। उन्होंने कहा,
उन्होंने पिछले मैच में शतक बनाया था लेकिन यहां गेंद उनके बल्ले के बीच में नहीं लग रही थी। और तब आपको पता चलता है कि यह क्या खेल है, आपको हर दिन शून्य से शुरुआत करनी होगी और आप उतने ही अच्छे हैं जितनी आपकी आखिरी पारी।
यशस्वी जायसवाल ने एक और मौका गंवा दिया - आकाश चोपड़ा
राजस्थान रॉयल्स के युवा ओपनर यशस्वी जायसवाल ने एक बार फिर निराश किया और वह 4 रन बनाकर डेविड विली की गेंद पर बोल्ड हुए। आकाश चोपड़ा ने भी जायसवाल को लेकर कहा कि उन्होंने एक और मौका खराब कर दिया। हालांकि पूर्व खिलाड़ी देवदत्त पडीक्कल की प्रशंसा की। उन्होंने कहा,
यशस्वी जायसवाल ने शुरुआत में एक और मौका गंवा दिया। डेविड विली ने उन्हें चलता किया। देवदत्त पडीक्कल अच्छा खेल रहे थे, वास्तव में वह आक्रामक थे।
चोपड़ा ने आगे संजू सैमसन और शिमरोन हेटमेयर की पारियों को लेकर कहा,
जब देवदत्त पडीक्कल आउट हुए, तो संजू सैमसन आए और वानिंदु हसरंगा ने संजू सैमसन को अपना शिकार बनाया। शिमरोन हेटमायर ने अंत में कुछ बड़े हिट लगाए, उनका बल्ला भी गेंद पर अच्छी तरह से प्रहार नहीं कर रहा था। लेकिन आखिरी तीन-चार ओवर में एक नो बॉल हुई और फिर छक्के लगे। कुल मिलाकर, वे आपको एक लड़ने लायक स्कोर तक ले गए।
सैमसन एक बार फिर वनिंदू हसारंगा का शिकार बने और उनकी पारी 8 रन के स्कोर पर समाप्त हुई। पडीक्कल ने 29 गेंदों में 37 तथा हेटमायर ने 31 गेंदों में 42 रन की पारी खेली।