भारत (India Cricket team) के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन (Mohammad Azharuddin) ने राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals) के खिलाफ नो बॉल कंट्रोवर्सी के बाद दिल्ली कैपिटल्स (Delhi Capitals) की जमकर आलोचना की है। अंपायर ने आखिरी ओवर में नो बॉल नहीं दी थी, जिससे नाराज होकर ऋषभ पंत (Rishabh Pant) ने अपने खिलाड़ियों को मैदान से बाहर बुलाने का इशारा किया था।
मोहम्मद अजहरुद्दीन ने ट्विटर के जरिये अपनी भड़ास निकाली। पूर्व भारतीय बल्लेबाज ने ट्वीट किया, 'दिल्ली कैपिटल्स ने खराब खेल भावना दिखाई। क्रिकेट भद्रजनों का खेल है और यह बर्ताव बिलकुल भी स्वीकार्य नहीं है।'
दिल्ली कैपिटल्स और राजस्थान रॉयल्स के बीच मुकाबले में आखिरी ओवर में नो बॉल को लेकर ड्रामा हुआ, जिसमें देखा गया कि दिल्ली के कप्तान पंत ने अपने बल्लेबाजों को बाहर बुलाने का इशारा किया। ऐसा इसलिए क्योंकि दिल्ली कैपिटल्स खेमे ने तीसरी गेंद नो बॉल की मांग की थी क्योंकि यह कमर की ऊंचाई की तरफ फुलटॉस आई थी। अंपायर ने इसे नो बॉल नहीं दिया था।
बता दें कि रोवमैन पॉवेल ने ओबेड मैकॉय की तीसरी गेंद पर मिडविकेट के ऊपर से छक्का जमाया था। दिल्ली कैपिटल्स टीम प्रबंधन का मानना था कि यह गेंद कमर की ऊंचाई के हिसाब से नो बॉल है। कप्तान पंत और टीम प्रबंधन ने नो बॉल की मांग की।
ऋषभ पंत, सहायक कोच प्रवीण आमरे और ऑलराउंडर शार्दुल ठाकुर को आईपीएल की आचार संहिंता का दोषी पाया गया है। ऋषभ पंत और प्रवीण आमरे पर मैच फीस का 100 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया। प्रवीण आमरे पर साथ ही एक मैच का प्रतिबंध भी लगाया गया क्योंकि वो दौड़कर मैदान में अंपायर से नो बॉल के बारे में बात करने के लिए गए थे। शार्दुल ठाकुर पर मैच फीस का 50 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया। पंत, आमरे और ठाकुर ने अपनी गलती स्वीकार की है।
बता दें कि राजस्थान रॉयल्स ने पहले बल्लेबाजी की और निर्धारित 20 ओवर में 2 विकेट खोकर 222 रन बनाए। जवाब में दिल्ली कैपिटल्स की टीम 20 ओवर में 8 विकेट खोकर 207 रन बना सकी।